रक्तदान से सर्वोत्तम मानव धर्म का पालन संभव : सूचना एवं संस्कृति मंत्री

अगरतला, 27 जुलाई : रक्तदान के माध्यम से सर्वोत्तम मानव धर्म का पालन संभव है। लोगों की मदद करने का सबसे अच्छा तरीका रक्तदान करना है। रक्तदान का कोई विकल्प नहीं है। इसलिए हर व्यक्ति को रक्तदान करने के लिए आगे आना चाहिए। सूचना एवं संस्कृति मंत्री सुशांत चौधरी ने आज विशालगढ़ अनुमंडल में चंपामुरा बारहवीं कक्षा के स्कूल के संयुक्त उद्यम में चंपामुरा स्कूल प्रबंधन समिति और चंपामुरा बारहवीं स्कूल द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर का उद्घाटन करते हुए यह बात कही है।

रक्तदान शिविर के अवसर पर सूचना एवं संस्कृति मंत्री सुशांत चौधरी ने त्रिपुरा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित इस वर्ष की परीक्षा में उल्लेखनीय परिणाम प्राप्त करने वाले 2 मेधावी छात्रों को पदक देकर सम्मानित किया। साथ ही इस अवसर पर उपस्थित सभी अतिथियों ने स्कूल में वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लिया।

सूचना एवं संस्कृति मंत्री श्री चौधरी ने इस अवसर पर कहा कि कोविड के कारण राज्य में रक्तदान शिविरों के आयोजन में कमी आई है। इसे धीरे-धीरे फिर से पूरा किया जा रहा है। वैज्ञानिकों के प्रयासों के बावजूद अभी तक रक्त का विकल्प बनाना संभव नहीं हो पाया है। इसलिए मरीज को बचाने के लिए हमें रक्तदान के जरिए उसकी जरूरतों को पूरा करना होगा। रक्तदान करने से न सिर्फ दूसरे लोगों को फायदा होता है बल्कि रक्तदाता को अपने शरीर को भी फायदा होता है।

उन्होंने कहा कि छात्रों को मानवता, देशभक्ति और राष्ट्रवाद की भावना से प्रेरित होकर पढ़ाई के साथ-साथ खुद को एक अच्छे इंसान के रूप में विकसित करना चाहिए। देश को अपनी मां की तरह प्यार करना चाहिए। रक्तदान शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में सिपाहीजला जिला परिषद की अध्यक्ष सुप्रिया दास दत्ता मौजूद रहीं। प्रख्यात समाजसेवी गौरांग भौमिक ने विशिष्ट अतिथि के रूप में बात की। विशिष्ट अतिथि के रूप में सिपाहीजला जिला शिक्षा अधिकारी हाबुल लोध, प्रतिष्ठित परोपकारी सुधीर चौधरी और चंपामुरा बारहवीं स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष बिप्लब घोष उपस्थित थे। अध्यक्षता चंपामुरा ग्राम पंचायत अध्यक्ष अष्टमी दास ने की। चंपामुरा 12वीं कक्षा के स्कूल के प्रधान शिक्षक समीर चौधरी ने स्वागत भाषण दिया।

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