पूर्व अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस को भी सार्वजनिक सेवा सम्मान दिया गया
वाशिंगटन, 26 जुलाई (हि.स.)। भारत और अमेरिकी के बीच रिश्तों की मजबूती के लिए अमेरिका-भारत सामरिक साझेदारी मंच (यूएसआईएसपीएफ) ने भारतीय थल सेना के पूर्व अध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे व पूर्व अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस को सम्मानित किया। इस अवसर पर जनरल नरवणे ने कहा कि दोनों देश मिलकर मौजूदा शताब्दी को दुनिया के लिए शांति की शताब्दी बना सकते हैं।
अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन में आयोजित समारोह में भारत और अमेरिका के संबंधों को मजबूत करने में अहम भूमिका के लिए दोनों लोगों को सार्वजनिक सेवा सम्मान प्रदान किया गया। यूएसआईएसपीएफ अमेरिका और भारत के बीच संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले लोगों को वैश्विक नेतृत्वकर्ता और सार्वजनिक सेवा सम्मान प्रदान करता है।
मंच के अध्यक्ष मुकेश अघी ने कहा, इन लोगों को अमेरिका-भारत साझेदारी में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए सम्मानित किया गया है। मंच का कहना है कि भारतीय सेना के प्रमुख के रूप में जनरल नरवणे ने रक्षा साझेदारी में सुधार के जरूरी कदम उठाए।
अमेरिका और भारत के बीच आंतरिक सूझबूझ की क्षमता बढ़ाने की दिशा में काम हुआ। दोनों देशों के साथ मिलकर भारतीय सेना के आधुनिकीकरण की पहल भी की गयी। इसी तरह से पूर्व रक्षा मंत्री मैटिस ने अपने कार्यकाल में भारत को अमेरिका का सामरिक साझेदार बनाने के लिए काम किया। इस अवसर पर जनरल नरवणे ने कहा कि दोनों देश मिलकर मौजूदा शताब्दी को दुनिया के लिए शांति की शताब्दी बना सकते हैं।