नई दिल्ली, 23 जुलाई (हि.स.)। निजी क्षेत्र के तीसरे सबसे बड़े आईसीआईसीआई बैंक ने पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के नतीजे का ऐलान कर दिया है। वित्त वर्ष 2022-23 की जून तिमाही में बैंक का एकल आधार पर मुनाफा 50 फीसदी उछलकर 6905 रुपये पर पहुंच गया। एक साल पहले की समान तिमाही में बैंक को 4,616 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।
बैंक ने शनिवार को शेयर बाजारों को दी गई सूचना में कहा कि जून तिमाही में बैंक का मुनाफा 49.59 फीसदी बढ़कर 6905 रुपये रहा है, जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में बैंक को 4,616 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। इस दौरान बैंक की कुल आय बढ़कर 28,336.74 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 24,379.27 करोड़ रुपये थी।
आईसीआईसीआई बैंक के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ब्याज से आय भी बढ़कर 23,671.54 करोड़ रुपये हो गई। पिछले साल की समान तिमाही में यह 20,383.41 करोड़ रुपये रही थी। बैंक का सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) घटकर कुल कर्ज का 3.41 फीसदी रह गया, जबकि एक साल पहले यह 5.15 फीसदी था। इसी तरह शुद्ध एनपीए यानी फंसा हुआ कर्ज भी 1.16 फीसदी से घटकर 0.70 फीसदी पर आ गया।
बैंक ने जारी बयान में कहा कि पहली तिमाही में समेकित आधार पर बैंक का शुद्ध लाभ 55 फीसदी बढ़कर 7,385 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 4,616 करोड़ रुपये रहा था। हालांकि, बैंक को फंसे कर्जों एवं आकस्मिक खर्चों के लिए इस दौरान 1,143.82 करोड़ रुपये का वित्तीय प्रावधान करना पड़ा, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह राशि 2,851.69 करोड़ रुपये रही थी।