नई दिल्ली, 21 जुलाई (हि.स.)। भारत 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के लिए तैयार है, वर्तमान और पूर्व भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ियों ने प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के पिछले संस्करणों के अपने यादगार पलों को साझा किया।
भारत की पूर्व गोलकीपर हेलेन मैरी, जिन्होंने 2002 राष्ट्रमंडल खेलों में भारत की ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीत में एक अभिन्न भूमिका निभाई, ने कहा, “संपूर्ण 2002 राष्ट्रमंडल खेलों का अभियान वास्तव में मेरा पसंदीदा क्षण है।”
उन्होंने कहा, “जिस तरह से हमने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ क्रॉसओवर मैच में वापसी की, उससे हमारा मनोबल बढ़ा। पहले हाफ में 0-3 से पीछे रहने के बाद अतिरिक्त समय में हमने वापसी की और मैच 4-3 से जीता। हमने फिर सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को 2-1 हराया। इसके बाद फाइनल में मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ 3-2 से जीत दर्ज की, लेकिन यह पिछले आठ-नौ महीनों में की गई कड़ी मेहनत का नतीजा था और टीम की एकता हमारी सबसे बड़ी ताकत थी।”
पूर्व भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान असुंता लाकड़ा ने 2006 के मेलबर्न कॉमनवेल्थ गेम्स के अपने पसंदीदा पल को याद किया, जहां भारत ने फाइनल में मेजबान ऑस्ट्रेलिया से 0-1 से हारने के बाद रजत पदक जीता था।
उन्होंने कहा, “सीनियर टीम के साथ यह मेरा पहला बड़ा टूर्नामेंट था और मैंने अपना पहला गोल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही शुरुआती गेम में किया था, इसलिए यह राष्ट्रमंडल खेलों की मेरी पसंदीदा स्मृति है। हम बहुत कम अंतर से स्वर्ण पदक से चूक गए, लेकिन कुल मिलाकर यह शानदार अनुभव था। हम पूल चरण में दूसरे स्थान पर रहे और फिर सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को 1-0 से हराकर राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय महिला हॉकी टीम का लगातार दूसरा पदक सुनिश्चित किया।”
इस बीच, मौजूदा खिलाड़ी नवजोत कौर और नवनीत कौर ने भी राष्ट्रमंडल खेलों के अपने यादगार पलों को साझा किया।
2014 और 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने वाली नवजोत ने कहा, “यह मेरा तीसरा राष्ट्रमंडल खेल होगा, और प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व करना हमेशा सम्मान की बात है। पिछले संस्करण में पूल चरण में इंग्लैंड के खिलाफ जीत, टूर्नामेंट की मेरी सबसे अच्छी यादों में से एक है। हम पदक जीतने से चूक गए, लेकिन हम बर्मिंघम में इतिहास रचने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे।”
नवनीत ने भी पूल स्टेज मैच में इंग्लैंड के खिलाफ जीत को अपने यादगार क्षणों में से एक बताया।
उन्होंने कहा, “मैंने उस मैच में एक गोल किया था, और टीम की जीत में योगदान देना हमेशा एक विशेष अहसास होता है। यह मेरे करियर का पहला राष्ट्रमंडल खेल भी था। मुझे अब भी इसका हर पल याद है।”
भारतीय टीम इस समय नॉटिंघम में अंतिम तैयारी शिविर कर रही है। वे 23 जुलाई 2022 को बर्मिंघम के लिए रवाना होंगे। सविता की कप्तानी वाली भारतीय टीम 29 जुलाई को घाना, 30 जुलाई को वेल्स, 02 अगस्त को इंग्लैंड और 03 अगस्त को कनाडा से पूल चरण में भिड़ेगी।