नई दिल्ली, 20 जुलाई (हि.स.)। देशभर के 43 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर ओर सहायक प्रोफेसर के आरक्षित श्रेणी के 4,297 पद खाली पड़े हैं। इसमें जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू), दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) और बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) जैसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय भी शामिल हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में यह जानकारी दी। केंद्रीय विश्वविद्यालयों में 1 अप्रैल 2022 की स्थिति के अनुसार आरक्षित श्रेणी के प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर ओर सहायक प्रोफेसर के रिक्त पदों का विवरण साझा करते हुए बताया कि अनुसूचित जाति (एससी) के 988, अनुसूचित जनजाति (एसटी) के 576, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के 1761, आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के 628 और दिव्यांग व्यक्ति (पीडब्ल्यूडी) श्रेणी में 344 पद रिक्त हैं।
राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में ओबीसी श्रेणी में केवल एक सहायक प्रोफेसर का पद रिक्त है। वहीं जामिया मिल्लिया इस्लामिया और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में केवल दिव्यांग श्रेणी में क्रमश: 8 और 48 पद रिक्त हैं। इन तीनों ही विश्वविद्यालयों में अन्य आरक्षित श्रेणी में कोई पद रिक्त नहीं हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय में कुल 589 पद खाली हैं, इनमें प्रोफेसर के 124, एसोसिएट प्रोफेसर के 296 और सहायक प्रोफेसर के 169 पद शामिल हैं। बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में कुल 567 पद खाली हैं, इनमें प्रोफेसर के 105, एसोसिएट प्रोफेसर के 231 और सहायक प्रोफेसर के 231 पद शामिल हैं। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में कुल 262 पद खाली हैं, इनमें प्रोफेसर के 74, एसोसिएट प्रोफेसर के 116 और सहायक प्रोफेसर के 72 पद शामिल हैं।