अरुणाचलः कुरुंग कुमे जिला से लापता बीआरओ के 18 श्रमिकों की तलाश जारी

-14 दिनों से लापता 19 श्रमिकों में एक का शव सोमवार को मिला था

-पुल निर्माण के लिए असम से लाए गए थे श्रमिक, 5 जुलाई से लापता

-तलाशी अभियान में एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की मदद का निर्णय

-श्रमिकों के रास्ता भटक कर चीनी सीमा में दाखिल होने की भी आशंका

इटानगर, 19 जुलाई (हि.स.)। अरुणाचल प्रदेश के कुरुंग कुमे जिला के दामिन सर्कल से लापता सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के 18 मजदूरों की तलाश जारी है। जिला प्रशासन ने मंगलवार को इस मुद्दे पर आयोजित बैठक में तलाशी अभियान में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की सेवाएं लेने का फैसला किया।

कुरुंग कुमे जिला के दामिन से पिछले 14 दिनों से लापता 19 श्रमिकों में से एक श्रमिक का शव सोमवार को दामिन में फुराक नदी में मिला। जबकि 18 श्रमिक अबतक लापता हैं।

कुरुंग कुमे जिला उपायुक्त निघी बेंगिया ने राज्य के प्रधान सचिव को पत्र लिखकर बताया है कि कुल 30 श्रमिकों में से 19 श्रमिक कार्यस्थल से गत 5 जुलाई को निकल गए थे। ठेकेदार बेंगिया बोडो पुल निर्माण के लिए इन श्रमिकों को असम से लेकर आया था। ठेकेदार बोडो ने गत 13 जुलाई को कोलोरिंग पुलिस थाना में मजदूरों के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद स्थानीय पुलिस जांच और तलाशी अभियान में जुट गयी।

सूत्रों के अनुसार श्रमिकों ने ठेकेदार से ईद के मौके पर छुट्टी के लिए आवेदन किया था। छुट्टी नहीं मिलने पर 19 श्रमिक कार्यस्थल निकल गए थे। इनमें से एक श्रमिक का शव सोमवार को कार्यस्थल से लगभग 15 किमी दूर नदी के किनारे बरामद किया गया।

अधिकारिक सूत्रों के अनुसार जिला के मजिस्ट्रेट और पुलिस कुछ स्थानीय शिकारियों को साथ लेकर जंगल में भी खोज अभियान जारी रखे हुए हैं।

अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय शिकारियों ने जंगल में कुछ कपड़ा, जूता, ठेला पाया है, साथ ही जंगल में पैरों के निशान भी मिले हैं। पैरों के निशान श्रमिकों के होने का अनुमान है। ऐसी भी आशंका जताई जा रही है कि सभी मजदूर रास्ता भटक कर चीन की सीमा की ओर निकल गये हैं।

अपनी पहचान उजागर किये बिना स्थानीय अधिकारियों ने यह भी बताया कि श्रमिकों के निशान जिस जंगल की ओर पाये गये हैं वह बहुत घना और जंगली जीवों, हिंसक जानवरों से भरा है। जंगल के उस हिस्से में स्थानीय शिकारी भी जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाते हैं।

सूत्रों ने दावा किया है कि छुट्टी नहीं मिलने पर श्रमिकों ने सड़क मार्ग छोड़ जल्दी पहुंचने की मंशा में जंगल के रास्ते से निकलने की कोशिश की होगी, जिसके चलते वे रास्ता भटक कर पड़ोसी देश चीन की सीमा में प्रवेश कर गये होंगे। हालांकि, जिला प्रशासन की ओर से संबंध में कोई पुष्टि नहीं की गयी है।

वहीं, जिस श्रमिक का शव मिला है, माना जा रहा है कि उसकी मौत किसी जंगली जीव के हमले या फिर जहरीले सांप के काटने से हुई होगी। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।

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