नई दिल्ली, 18 जुलाई (हि.स,)। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारत वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना को ध्यान में रखते हुए घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति करने के साथ-साथ दुनिया के अन्य देशों को भी खाद्यान्न उपलब्ध कराता रहा है। तोमर ने सोमवार को दिल्ली में वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के कार्यकारी निदेशक डेविड बेस्ली के साथ हुई बैठक में ये बाते कहीं।
केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर ने बेस्ली सहित वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (डब्ल्यूएफपी) के प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि भारत व डब्ल्यूएफपी खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कृषि क्षेत्र में वर्ष 1968 से घनिष्ठता से काम कर रहे हैं। तोमर ने किसानों के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार की ओर से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि देश में हमारी सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के माध्यम से कोरोना महामारी के संकटकाल में 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज वितरित किया गया।
उन्होंने कहा कि वसुधैव कुटुम्बकम् की भारत की प्राचीन परंपरा रही है। इसको ध्यान में रखते हुए भारत ने अपनी घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति करने के अलावा दुनिया के अनेक देशों को भी खाद्यान्न उपलब्ध कराया है। इस दौरान डेविड ने कृषि एवं खाद्य क्षेत्र में भारत के कामकाज की खुलकर सराहना करते हुए अपेक्षा व्यक्त किया कि वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के साथ मिलकर दुनिया में खाद्यान्न की सुचारू आपूर्ति के लिए भारत अपना सहयोग प्रदान करता रहे।
बेस्ली ने कृषि क्षेत्र के विकास व खाद्य सुरक्षा पर डब्ल्यूएफपी व भारत के काम पर संतोष व्यक्त किया, साथ ही उन्होंने भारत की प्रगति के लिए सराहना करते हुए कहा कि वह यूएस कांग्रेस की आगामी बैठक में कृषि क्षेत्र में भारतीय प्रयासों के बारे में बताएंगे।