कोलंबो, 18 जुलाई (हि.स.)। श्रीलंका में आर्थिक संकट थमने का नाम नहीं ले रहा है। आर्थिक संकट के साथ राजनीतिक संकट के बीच कार्यकारी राष्ट्रपति रानिल विक्रमसंघे ने आर्थिक मोर्चे पर समाधान के लिए कोशिशें शुरू की हैं। इसके अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ समझौते की कोशिश हो रही है। साथ ही कुछ और देशों से आर्थिक मदद मांगी गयी है।
श्रीलंका के कार्यकारी राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने देश में जारी आर्थिक संकट को सुलझाने के लिए सभी पार्टियों से सहयोग की अपील की है। विक्रमसिंघे ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को अपने मतभेद किनारे करके सिर्फ एक व्यक्ति के लिए देश को नहीं झुलसने देना चाहिए। विक्रमसिंघे ने कहा कि श्रीलंका को संकट से निकालने में सभी दलों को साथ लेकर सर्वदलीय सरकार बनाने की योजना कारगर साबित हो सकती है। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ समझौते की कोशिशें जारी हैं। इसके अलावा कुछ और देशों से आर्थिक मदद पर भी चर्चा प्रगति पर है।
विक्रमसिंघे ने स्पष्ट रूप से स्वीकार किया कि अभी यह महीना मुश्किल भरा रहेगा। डीजल का भंडारण तो कर लिया गया गया और उसकी आपूर्ति भी जारी है किन्तु ईंधन की सकल आपूर्ति सुनिश्चित करने में कुछ समय लगेगा। 21 जुलाई से पेट्रोल की आपूर्ति भी शुरू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि आर्थिक संकट से जूझ रहे परिवारों को राहत सामग्री भेजी जा रही है। दो एकड़ से कम क्षेत्रफल में अनाज उगाने वाले किसानों का कर्ज भी माफ कर दिया गया है। इसके अलावा ईंधन के दामों में कमी की गई है।