देहरादून, 18 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रपति पद के चुनाव में उत्तराखंड के कुल 67 विधायकों ने मतदान किया जबकि तीन विधायक वोट नहीं डाल पाए। इनमें से दो कांग्रेस और भाजपा के एक मंत्री चंदन राम दास है, जो स्वास्थ्य कारणों से वोट नहीं डाल पाए।
सोमवार सुबह 10 बजे से विधानसभा भवन के कक्ष संख्या 321 में राष्ट्रपति पद चुनाव के लिए मतदान प्रारंभ हुआ। सबसे पहले कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने मतदान किया। भाजपा की तरफ से राजपुर विधायक खजान दास और कर्णप्रयाग के विधायक अनिल नोटियाल , कांग्रेस की ओर से भगवानपुर विधायक ममता राकेश को चुनाव एजेंट बनाया गया था। मतदान के दौरान गैलरी में विधायकों और मतदान ड्यूटी में लगे कर्मियों को छोड़कर अन्य सभी के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया था। चुनाव के मद्देनजर विधानसभा में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए थे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी,भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक समेत सत्ताधारी दल के विधायक सुबह ही मतदान के लिए विधानसभा पहुंचे हुए थे। भाजपा के 47 विधायकों में से 46 विधायक ही वोट डाल पाए, जबकि परिवहन मंत्री चंदनराम दास स्वास्थ्य खराब होने के कारण मतदान नहीं कर पाए। कांग्रेस के दो विधायक भी मतदान में शामिल नहीं हो पाए। कांग्रेस किच्छा विधायक तिलक राज बेहड़ का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। विधायक तिलकराज बेहड़ ने विधानसभा भवन में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान अपना मतदान देने में असमर्थता व्यक्त की थी। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने तिलक राज बेहड से दूरभाष पर बातचीत कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। बदरीनाथ विधायक राजेन्द्र भंडारी भी मतदान में शामिल नहीं हो पाए। निर्वाचन आयोग की ओर से पर्यवेक्षक एलएच चांगसांग को तैनात किया गया था।
उत्तराखंड में कुल 70 विधायक हैं। राज्य के सांसद लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों ने अपना वोट दिल्ली में डाला। राज्य से कांग्रेस का लोकसभा और राज्य सभा से कोई सदस्य नहीं है। भाजपा के 46 विधायक के अलावा दो निर्दलीय विधायक खानुपर उमेश कुमार, यमुनोत्री संजय डोभाल और बहुजन समाज पार्टी के विधायक बसपा के लक्सर से मोहम्मद शहजाद, मंगलौर से सरवत करीम अंसारी ने एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के लिए मतदान किया। कांग्रेस के 17 विधायकों ने विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के लिए वोट डाले।
विधानसभा सचिव एवं सहायक रिटर्निंग आफिसर मुकेश सिंघल की देखरेख में चुनाव हुआ। मतदान स्थल पर मोबाइल फोन,वायरलेस सेट और कैमरा ले जाना प्रतिबंधित था। निर्वाचक सदस्य अपना परिचय पत्र दिखाने के बाद मतदान कक्ष में प्रवेश कर रहे थे।
जनगणना 1971 के आधार पर उत्तराखंड की कुल आबादी 44,91,239 थी। इस आधार पर उत्तराखंड में प्रत्येक विधायक के मत का मूल्य 64 बन रहा है। वर्तमान विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या 47 है, इस तरह यहां भाजपा विधायकों की वोट वैल्यू 3008 बैठ रही है। कांग्रेस के सभी 19 विधायकों की कुल वोट वैल्यू 1216 है। बसपा के दो विधायकों की कुल वोट वैल्यू 128 है। इसके अलावा तीन निर्दलीय विधायक भी हैं। दूसरी तरफ चूंकि एक सांसद की वोट वैल्यू 700 है। उत्तराखंड से राज्यसभा- लोकसभा के सभी आठ सांसदों की वोट वैल्यू 5600 बैठ रही है। उत्तराखंड में सभी आठ सांसद भाजपा के हैं। इस तरह उत्तराखंड में भाजपा की संयुक्त वोट वैल्यू 8608 बन रही है।