जालौन/नई दिल्ली, 16 जुलाई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को 14,850 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित और उत्तर प्रदेश के 7 जिलों से गुजरने वाले 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया। एक्सप्रेस-वे की आधारशिला खुद प्रधानमंत्री मोदी ने फरवरी 2020 में रखी थी।
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने एक्सप्रेस को बुंदेलखंड की गौरवशाली परंपरा को समर्पित करते हुए कहा कि इस एक्सप्रेसवे से चित्रकूट से दिल्ली की दूरी तो 3-4 घंटे कम हुई ही है, लेकिन इसका लाभ इससे भी कहीं ज्यादा है। ये एक्सप्रेसवे यहां सिर्फ वाहनों को गति नहीं देगा, बल्कि ये पूरे बुंदेलखंड की औद्योगिक प्रगति को गति देगा।
प्रधानमंत्री ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर पिछली सरकारों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वह दशकों से उत्तर प्रदेश आते रहे हैं और प्रदेश के आशीर्वाद से पिछले 8 साल से देश के प्रधानसेवक के रूप में कार्य कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने देखा कि अगर उप्र में दो महत्वपूर्ण चीजें जोड़ दी जाएं, तो उत्तर प्रदेश चुनौतियों को चुनौती देने की बहुत बड़ी ताकत के साथ खड़ा हो जाएगा। पहला, यहां की खराब कानून व्यवस्था और दूसरा, हर प्रकार से खराब कनेक्टिविटी। उन्होंने बिना किसी का नाम लिये कहा कि पहले यहां क्या हाल था ये आप जानते हैं। हमने दोनों में सुधार किया। कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार हो रहा है, इसलिए कनेक्टिविटी भी सुधरी है।