इसका नाम उत्तराखंड राज्य की एक पर्वत श्रृंखला के नाम पर रखा गया
– लिएंडर श्रेणी की एएसडब्ल्यू फ्रिगेट दूनागिरी का नया स्वरूप है यह पोत
नई दिल्ली, 15 जुलाई (हि.स.)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को हुगली नदी में प्रोजेक्ट 17ए फ्रिगेट्स श्रेणी के चौथे पोत ‘दूनागिरी’ को लॉन्च किया। इसका निर्माण कोलकाता के गार्डेन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर लिमिटेड ने किया है। इसका नाम उत्तराखंड राज्य की एक पर्वत श्रृंखला के नाम पर रखा गया है। यह 33 साल तक देश की सेवा करने के बाद रिटायर हुई लिएंडर श्रेणी की एएसडब्ल्यू फ्रिगेट दूनागिरी का नया स्वरूप है।
यह पी-17 फ्रिगेट (शिवालिक) श्रेणी का पोत है जो संशोधित स्टील्थ फीचर, उन्नत हथियार और सेंसर तथा प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम से लैस है। यह पोत पूर्ववर्ती दूनागिरी (लिएंडर) श्रेणी के एएसडब्ल्यू फ्रिगेट का संशोधित स्वरूप है जिसने 5 मई, 1977 से 20 अक्टूबर, 2010 तक 33 वर्ष तक देश को अपनी सेवा दी थी। यह युद्धपोत विभिन्न चुनौतीपूर्ण ऑपरेशंस तथा बहुराष्ट्रीय अभ्यासों का गवाह रहा है। पी-17ए प्रोजेक्ट के पहले दो पोत 2019 और 2020 में क्रमशः एमडीएल और जीआरएसई में लॉन्च किए गए थे। तीसरा पोत उदयगिरी इसी साल 17 मई को एमडीएल में लॉन्च किया गया था।
इस चौथे पोत का इतने कम समय में लॉन्च किया जाना पोत निर्माण की दिशा में भारत के ‘आत्मनिर्भर’ होने का प्रमाण है। सभी पी-17ए पोतों की डिजाइन भारतीय नौसेना के डायरेक्टरेट ऑफ नेवल डिजाइन (डीएनडी) ने तैयार की है। इससे पहले भी वह विभिन्न श्रेणियों के स्वदेशी युद्धपोतों का डिजाइन सफलतापूर्वक तैयार कर चुका है। यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ के प्रति देश के अथक प्रयासों का परिणाम है और इसके तहत उपकरणों एवं प्रणाली के लिए 75 प्रतिशत ऑर्डर एमएसएमई समेत विभिन्न स्वदेशी फर्मों को दिए जा रहे हैं।