नई दिल्ली, 13 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुजरात के वडोदरा स्थित राष्ट्रीय रेल एवं परिवहन संस्थान (एनआरटीआई) को केंद्रीय विश्वविद्यालय के रूप में अपग्रेड करने को मंजूरी दी है। इसका नाम बदलकर “गति शक्ति विश्वविद्यालय” रखा जाएगा और इसे डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने बुधवार को गति शक्ति विश्वविद्यालय की स्थापना को मंजूरी दे दी है। गुजरात का यह दूसरा केंद्रीय विश्वविद्यालय होगा।
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को मंत्रिमंडल के फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि इसकी क्षमता बढ़ाई जाएगी और अधिक पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। इससे न सिर्फ गुजरात की जनता बल्कि देश के युवाओं को भी फायदा होगा।
मंत्री ने कहा क इस पहल से गुजरात के लोगों और देश के युवाओं को लाभ होने की उम्मीद है। विश्वविद्यालय अनुसंधान और कौशल प्रशिक्षण में शामिल होगा। विश्वविद्यालय की परिकल्पना भारत में परिवहन क्षेत्र के विस्तार में मदद करने के लिए की गई है। इसका उद्देश्य उच्च प्रशिक्षित कर्मियों और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी की आपूर्ति प्रदान करना है।
एनआरटीआई वर्तमान में परिवहन प्रौद्योगिकी में बीएससी, परिवहन प्रबंधन में बीबीए और रेलवे सिस्टम इंजीनियरिंग और एकीकरण में एमएससी जैसे पाठ्यक्रम चला रहा है।
भारत सरकार के प्रमुख प्रवक्ता जयदीप भटनागर ने ट्वीट किया, “कैबिनेट ने गुजरात के वडोदरा में गति शक्ति विश्वविद्यालय की स्थापना को मंजूरी दी। यह परिवहन क्षेत्र के विस्तार के लिए एक प्रमुख प्रवर्तक होने की कल्पना की गई है। यह उच्च प्रशिक्षित कर्मियों और अत्याधुनिक तकनीक की स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित करेगा।”