नई दिल्ली, 13 जुलाई (हि.स.)। महंगाई की दोहरी मार झेल रहे आम लोगों के लिए राहत देने वाली खबर है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में लगातार गिरावट जारी है। बुधवार को शुरुआती कारोबार में वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड की कीमत लुढ़कर 100.79 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया जबकि वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड (डब्ल्यूटीआई) का भाव भी घटकर 97.05 डॉलर पर कारोबार कर रहा है।
दरअसल, देश में पेट्रोल-डीजल की कीमत में लगभग ढाई महीने से कोई बदलाव नहीं हुआ है। फिलहाल राजधानी दिल्ली में पेट्रोल के दाम 96.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों को महंगे क्रूड की वजह से भारी नुकसान हो रहा है लेकिन अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम घटने से उनके मार्जिन में सुधार होने की उम्मीद है। हालांकि, डॉलर इस वक्त उच्च स्तर पर है, जिससे 20 साल में पहली बार यूरो और डॉलर का एक्सचेंज रेट बराबर हो गया है।
उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव तीन महीने के न्यूनतम स्तर पर है। रूस-यूक्रेन जंग की वजह से एक समय इसकी कीमत 139 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई थी। उसके बाद केंद्र सरकार ने 21 मई को पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती की थी। अमेरिका और यूरोप के कई देशों में मंदी की आशंका की वजह से कच्चे तेल की कीमत में गिरावट आई है। ऐसे में देश में लंबे समय से महंगे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट आने की संभावना है। इससे महंगाई से जूझ रहे आम लोगों को राहत मिल सकती है।