नगांव (असम), 10 जुलाई (हि.स.)। शिव का रूप धारण कर अनोखे तरीके से महंगाई का विरोध करने वाले बिरिंची बोरा को नगांव पुलिस ने जमानत पर रिहा कर दिया। रविवार को मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा के हस्तक्षेप के बाद बिरिंची को जमानत मिली है।
दरअसल, शनिवार को आवश्यक वस्तुओं के साथ ही गैस मूल्यवृद्धि के खिलाफ लोगों में जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से बिरिंची बोरा ने एक अनोखा कदम उठाया था। उन्होंने शिव का रूप धारणकर नुक्कड़ नाटक के जरिए मूल्य वृद्धि का विरोध किया था। उनके इस तरीके के विरोध जताने के विरोध में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने लोगों की भावनाएं भड़काने का आरोप लगाया था। इस संबंध में दोनों संगठनों ने बिरिंची के विरूद्ध नगांव सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी। इस पुलिस ने बिरिंची बोरा को गिरफ्तार कर लिया था।
मामला धर्म से जुड़ा होने के कारण यह खबर पूरे देश में तेजी से फैल गयी। इसे लेकर व्यापक प्रतिक्रिया सामने आने लगी। इसकी जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ने तुरंत हस्तक्षेप किया। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि सामयिक विषय को लेकर इस प्रकार के प्रतीक स्वरूप नाटक निंदनीय नहीं है। किसी तरह का आपत्तिजनक व्यवहार नहीं किये जाने तक यह कार्य अपराध नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले में नगांव पुलिस अधीक्षक को आवश्यक निर्देश जारी किये गये हैं।
इसके बाद पुलिस ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया। इसके बाद बिरिंची बोरा ने कहा कि नुक्कड़ नाटक के जरिए लोगों को जागरूक करने के अलावा मेरा अन्य किसी तरह की बात से कोई लेना-देना नहीं है। बिरंची ने स्वयं को एक शिव भक्त बताते हए कहा कि बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद आदि भाजपा के भातृ संगठन को इस विषय में कोई जानकारी नहीं होने के कारण ही मेरे विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। बिरिंची ने प्रथमिकी दर्ज कराने वालों के विरुद्ध अन्य कई तरह के कटाक्ष भी किये।