नई दिल्ली, 08 जुलाई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. अरुण जेटली को याद करते हुए कहा कि उनका व्यक्तित्व विविधता से भरा था और उनका स्वभाव सर्वमित्र था।
यहां शुक्रवार को विज्ञान भवन में आयोजित प्रथम अरुण जेटली स्मृति व्याख्यान को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये आयोजन जेटलीजी को समर्पित है। उन्होंने स्व. जेटली को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि बीते दिनों को याद करते हैं, तो उनकी बहुत सारी बातें, उनसे जुड़े बहुत से वाकये याद आते हैं। उनके वयक्तित्व के तो हम सभी कायल थे।
मोदी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार के मुखिया के तौर पर उनके 20 वर्ष के अनुभव का सार यही है कि बिना समावेश के वास्तविक विकास संभव नही है और बिना विकास के समावेश का लक्ष्य भी पूरा नहीं किया जा सकता।
उन्होंने कहा कि बीते 7-8 साल में भारत में अंडर ग्रेजुएट मेडिकल सीट में 75 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। भारत में अब वार्षिक कुल चिकित्सा सीटों की संख्या बढ़कर लगभग दोगुनी हो चुकी है । वर्ष 2014 से पहले हमारे देश का औसत था कि 10 साल में करीब 50 मेडिकल कॉलेज बना करते थे। जबकि भारत में पिछले 7-8 साल में ही पहले के मुकाबले 4 गुना से ज्यादा 209 नए मेडिकल कॉलेज बनाए जा चुके हैं।