दिल्ली-एनसीआर में दवा निर्माताओं और वितरकों पर आयकर विभाग की छापेमारी
नई दिल्ली, 08 जुलाई (हि.स.)। आयकर विभाग ने दिल्ली-एनसीआर तथा हरियाणा के 25 ठिकानों पर छापामारी करके बेहिसाब नकदी, आभूषण और सोना-चांदी बरामद की है, जिनकी कीमत 8 करोड़ रुपये से अधिक है। यह कार्रवाई 29 जून को फार्मास्युटिकल दवा निर्माता कंपनी, वितरकों और एक रियल एस्टेट समूह पर की गई है जिसका खुलासा शुक्रवार को किया गया है।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने आज जारी बयान में कहा कि इस समूह के दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा स्थित 25 परिसरों पर 29 जून को छापेमारी की गई थी। प्राथमिक विश्लेषण में यह पाया गया कि इस समूह ने हवाला नेटवर्क के जरिए 25 करोड़ रुपये से ज्यादा का लेन-देन किया है। इस छापेमारी में अब तक 4.2 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी और 4 करोड़ रुपये के आभूषण तथा सोना-चांदी बरामद हुए हैं।
हालांकि, इस समूह की पहचान जाहिर नहीं की गई है, लेकिन सीबीडीटी ने कहा कि यह समूह बड़े पैमाने पर दवाओं की बिना लेखा-जोखा वाली नकद बिक्री में शामिल है। बयान के मुताबिक ऐसा पाया गया कि इस समूह ने बड़ी संख्या में खरीद, वेतन भुगतान तथा अन्य खर्चे नकद में किए। इसके साथ ही लेन-देन में शामिल एक व्यक्ति ने स्वीकार किया है कि अफगानिस्तान को दवाएं बेचने के लिए हवाला का रास्ता अपनाया गया।
आयकर विभाग की तलाशी कार्रवाई से पता चला है कि इस समूह ने हिमाचल प्रदेश में अचल संपत्ति खरीदने के लिए बेनामी संस्थाएं भी बनाई हैं। इससे संबंधित डिजिटल डेटा के रूप में बड़ी संख्या में आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए हैं, जिसमें फर्जी नुकसान की राशि करीब 20 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। विभाग को जब्त किए गए आंकड़ों के प्रारंभिक विश्लेषण से पता चला है कि हवाला नकद प्राप्तियों की राशि लगभग 25 करोड़ रुपये है, जबकि फार्मास्युटिकल कंपनी के मामले में अधिशेष स्टॉक का मूल्य 94 करोड़ रुपये मिलने के संकेत हैं।