तीन जिलों में बाढ़ की चेतावनी, 10 जुलाई तक भारी वर्षा का येलो व ऑरेंज अलर्ट
शिमला, 6 जुलाई (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में मानसून आफत बन कर बरस रहा है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। भारी बारिश के बीच कई जिलों में भूस्खलन, बादल फटने और बाढ़ की घटनाओं में पांच लोगों की मौत हुई है और अभी पांच लोग लापता हैं। इसके साथ कई जगह सड़कें क्ष्रतिग्रस्त, बिजली और पानी की आपूर्ति प्रभावित होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन भारी बारिश के लिए ऑरेन्ज व यलो अलर्ट जारी किया है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की दैनिक रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को वर्षा जनित घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई और इतने ही लोग लापता हैं। कुल्लू जिला की मनीकरण घाटी के चोज गांव में आज सुबह बादल फटने की वजह से गाहर नाले में बाढ़ आ गयी जिसके चलते पांच लोग पानी के तेज़ बहाव में बह गए। इसके अलावा कुछ घरों व कम्पिंग साइट को भी नुकसान पहुंचा है। कुल्लू जिले में तीन लोगों के मरने की खबर है। इनमें एक महिला का शव मलाणा में बरामद हुआ है। इसके अलावा कुल्लू मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक कार व्यास नदी में गिर जाने से उसमे सवार दो व्यक्ति लोगों की मौत हो गई। बचाव अभियान ने उन दोनों कार सवारों के शव भी बरामद कर लिए हैं। कई मवेशी भी बाढ़ में बह गए। बाढ़ से से मलाणा प्रोजेक्ट को भी नुकसान पहुंचा है। प्रोजेक्ट का भवन क्षतिग्रस्त होने से वहां 25 से 30 कर्मी फंस गए। रेस्क्यू टीमों ने सभी को सुरक्षित निकाल लिया। एसपी कुल्लू गुरदेव शर्मा ने बताया कि गोहर नाला में एकदम पानी और मलबा पार्वती नदी में आ गया। इससे पार्वती नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। अभी चार लोग लापता हैं। घटना की सूचना मिलते ही जिला जिला प्रशासन की राहत एवं बचाव दल घटनास्थल पर पहुंच गए और राहत व बचाव कार्य शुरू किया।
इसके अलावा शिमला में भूस्खलन व पानी के तेज बहाव में बहने से दो लोगों की मौत हुई है। इनमें शिमला के उपनगर ढली में भूस्खलन की चपेट में आने से 14 वर्षीय किशोरी भी शामिल है। इस बीच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सभी उपायुक्तों व अधिकारियों को भूस्खलन और अन्य तरह की आपदा के दृष्टिगत संभावित स्थलों में पर्याप्त संख्या में कर्मचारी व मशीनरी तैनात करने के निर्देश दिए हैं।
पहाड़ों में अगले चार दिन भारी बारिश की चेतावनी
मानसून के कहर से फिलहाल राहत मिलने के आसार नहीं है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने पूर्वानुमान जारी कर अगले चार दिन तक भारी बारिश का येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। सात जुलाई को येलो, आठ व नौ जुलाई को ऑरेंज और 10 जुलाई को दोबारा येलो अलर्ट रहेगा। जानकारी के अनुसार शिमला, कुल्लू और किनौर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर बाढ़ आने से बड़ा नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ने शिमला, चम्बा और सिरमौर जिलों में अगले 24 घंटे के दौरान बाढ़ आने की चेतावनी दी है। समूचे प्रदेश में 10 जुलाई तक मानसून की भारी बारिश होने की आशंका है।
सड़कें बंद, बिजली और पानी आपूर्ति ठप
रिपोर्ट के अनुसार बारिश से राज्य में 21 सड़कें, 75 ट्रांसफार्मर और 17 पेयजल योजनाएं बंद हैं। कुल्लू में सबसे अधिक 13 सड़कें और 43 ट्रांसफार्मर बंद हैं। बारिश से राज्य में चार कच्चे-पक्के मकान, एक दुकान और सात गौशालाएं क्षतिग्रस्त हुईं। मानसून सीजन में अब तक 4751.12 लाख रुपए के नुकसान का अनुमान है।
कई क्षेत्राें में भारी बारिश
बीते 24 घण्टों के दौरान तत्तापानी में सर्वाधिक 103 मिलीमीटर बारिश हुई है। इसके अलावा बरठीं में 95, सुन्नी में 90, मशोबरा में 82, कुफरी में 81, बरठीं एग्रो में 79, बलद्वारा में 78, काहू में 77, धर्मशाला में 76, झंडूता में 70, बिलासपुर में 63, नारकंडा में 62, शिलारू व रेणुका में 57-57, मनाली में 55, रामपुर व पालमपुर में 52-52, घुमारवीं में 50, जुब्बड़हट्टी में 48 और नैना देवी में 47 मिमी बारिश दर्ज की गई है।