नई दिल्ली, 06 जुलाई (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी को याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी औद्योगिक नीति से भारत को मजबूती प्रदान करने का प्रयास किया।
नड्डा ने भाजपा मुख्यालय में डॉ मुखर्जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ता डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती मना रहे हैं। सभी को मालूम है कि 6 जुलाई, 1901 को महान राष्ट्रभक्त, महान देभक्त, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के उद्योतक और महान शिक्षाविद् स्व. डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म हुआ था। एक महान विचारक, महान शिक्षाविद् डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बहुत कम समय में औद्योगिक नीति से भारत को मजबूती प्रदान करने का प्रयास किया।
नड्डा ने कहा कि डॉ मुखर्जी ने जवाहर लाल नेहरू के विचारों से अलग होकर इस्तीफा दे दिया था और भारतीय जनसंघ की स्थापना की। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने नारा दिया कि ‘एक देश में दो निशान, दो विधान, दो प्रधान’ नहीं चलेंगे। इस बात को लेकर 11 मई को जम्मू-कश्मीर में बिना परमिट के सत्याग्रह किया।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 11 मई को उनकी गिरफ्तारी हुई और श्रीनगर की जेल में 23 जून की प्रात: उनका रहस्मय तरीके से निधन हुआ। भारतीय जनसंघ की स्थापना का कारण नेहरू की तुष्टीकरण की नीति थी, जिससे वो दुखी और चिंतित थे। मुखर्जी ने नेहरू से कहा कि वे जम्मू-कश्मीर में जो धारा 370 लगा रहे हैं वो देश के लिए घातक है।
नड्डा ने कहा कि रहस्मय तरीके से हम लोगों ने अपने प्रिय नेता को खो दिया, लेकिन भारतीय जनसंघ और भाजपा उनकी यात्रा को सफल बनाने के लिए वर्षों से लगे रहे। भाजपा अध्यक्ष ने इस बात पर खुशी जताई कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और अमित शाह की रणनीति के तहत धारा 370 को जम्मू-कश्मीर से हटा दिया गया।