धर्मशाला, 02 जुलाई (हि.स.)। तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा ने कहा कि मैं एक साधारण बौद्ध भिक्षु हूं जो दुनिया भर में प्रेम और करुणा फैलाने की खोज में बुद्ध धर्म का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस जन्म में, मैं तिब्बत के अमदो प्रांत के एक छोटे से गांव में एक तिब्बती के रूप में पैदा हुआ था। मैं ऐसे स्थान पर पुनर्जन्म लेना चुनूंगा जहां मेरी सेवा की अधिक आवश्यकता हो।
दलाई लामा शनिवार को ताईवान में उनके अनुयायियों द्वारा मनाए गए उनके 87वें जन्मदिन के उत्सव में मौजूद लोगों को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। दलाई लामा ने कहा कि इस बारे में कोई संदेह नहीं है। मुझे पूरा यकीन है कि मैं तिब्बती लोगों की सेवा करने और आध्यात्मिक मार्गदर्शन देने के लिए कम से कम 20-30 साल और जीवित रहूंगा। मेरे आध्यात्मिक मित्र के रूप में, मैं आपसे कर्म में करुणा का अभ्यास करने के लिए कहता हूं। दलाई लामा ने कहा और दृढ़ता से जोड़ा कि इस जीवन में उनके और उनके आध्यात्मिक मित्रों के बीच साझा आध्यात्मिक बंधन आने वाले कई जन्मों में बना रहेगा।
धर्मगुरू ने इस मौके पर अपने आध्यात्मिक मित्र स्व. डेसमेंड टुटू को याद करते हुए कहा कि ‘फाइंडिंग हैप्पीनेस’ पुस्तक पर उनके दिवंगत आध्यात्मिक मित्र डेसमंड टूटू के साथ मिलकर बनाई गई एक फिल्म परियोजना है जिसका उद्देश्य धार्मिक सद्भाव को बढ़ावा देना है और धार्मिक व्यक्ति धार्मिक सद्भाव बनाने में क्या योगदान दे सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सभी धार्मिक परंपराएं स्पष्ट रूप से एक ही संदेश देती हैं, हालांकि उनके दृष्टिकोण भिन्न हैं। उन्होंने स्वर्गीय आर्कबिशप के प्रति अपने गहरे सम्मान को व्यक्त करते हुए यह बात कही।
परम पावन ने ताइवान के अनुयायियों को उनके सम्मान में समारोह की मेजबानी करने के लिए उनको धन्यवाद दिया।