असम में बाढ़ की स्थिति का आकलन करने पहुंची अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम
गुवाहाटी, 01 जुलाई (हि.स.)। असम में अप्रैल महीने की बाढ़ के बाद गत 13 जून से आरंभ हुई बरसात के चलते राज्य में आई दूसरी बाढ़ के हालात में काफी सुधार तो हुआ लेकिन 25 जिलों के 2,608 गांवों की 29,80,493 आबादी अभी भी बाढ़ से प्रभावित है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन विभाग (एएसडीएमए) की ओर से गुरुवार रात तक के जारी आंकड़ों के अनुसार बाढ़ में राज्य की 76115.55 हेक्टेयर फसल अभी भी जलमग्न है। गुरुवार रात तक 08 लोगों की जान चली गई। राज्य में दो बार की बाढ़ के दौरान गत 6 अप्रैल से अब तक कुल 159 (बाढ़ में 141 और भूस्खलन में 18) लोगों की जान चली गई है।
जबकि 3,05,565 बाढ़ प्रभावित लोग 551 राहत शिविरों में रह रहे हैं। 355 राहत वितरण केंद्र अभी भी प्रभावित क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। राज्य में बाढ़ की स्थिति में सुधार हो रहा है, प्रभावित क्षेत्रों से बाढ़ का पानी घट रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. सरमा शुक्रवार को बराक घाटी के बाढ़ प्रभावित करीमगंज जिले का जायजा लेने पहुंचे हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री ने गुरुवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेते हुए कहा था कि पड़ोसी देश भूटान और पड़ोसी राज्य अरुणाचल प्रदेश समेत अन्य राज्यों में अभी भी बरसात हो रही है, ऐसे में राज्य में फिर से बाढ़ के हालात उत्पन्न हो सकते हैं। इसके लिए सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं।
राज्य में मौजूदा बाढ़ की स्थिति को देखते हुए असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने सभी हितधारकों के साथ गंभीर रूप से प्रभावित जिलों में प्रतिक्रिया और राहत सेवाओं में तेजी लाई है। गृह मंत्रालय (एमएचए) से एक अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम (आईएमसीटी) गुरुवार को गुवाहाटी पहुंची और असम सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की। चर्चा में भारतीय सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), एनएचएआई, एफसीआई आदि हाल ही में आई बाढ़ के नुकसान के आकलन के लिए 1 से 3 जुलाई तक असम का दौरा करेगी।
प्रभावी क्षति आकलन में तेजी लाने के लिए आईएमसीटी सदस्यों को संबंधित प्रभावित जिलों का दौरा करने के लिए 2 समूहों में विभाजित किया गया है। टीम लीडर हर्ष गुप्ता, आईएएस, जेटी सचिव और पीडी, एनसीआरएमपी, नई दिल्ली, कैलाश सांखला, अवर सचिव (आर), ग्रामीण विकास मंत्रालय, एडेलबर्ट सुसंगी, अधीक्षक अभियंता सह क्षेत्रीय अधिकारी (एमओआरटीएच) 1 और 2 जुलाई को कछार, करीमगंज और हैलाकांदी जिलों का दौरा करेंगे।
टीम लीडर महेश ठाकुर सहित आईएमसीटी का दूसरा समूह, उप निदेशक, वित्त मंत्रालय, डीओई (एफसीडी), जिंटू दास, संयुक्त निदेशक, कृषि विभाग, सहकारिता एवं किसान कल्याण, अजय कुमार सिन्हा, अधीक्षक जल शक्ति मंत्रालय, सीडब्ल्यूसी के अभियंता 1 और 2 जुलाई को नलबाड़ी, बजाली, बरपेटा, कामरूप और मोरीगांव जिलों का दौरा करेंगे। टीम बाढ़ की स्थिति का मूल्यांकन कर 3 जुलाई को दिल्ली के लिए रवाना होगी।