महाराजगंज, 25 जून (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालय पर 25 जून को इंदिरा गांधी द्वारा इमरजेंसी लागू किए जाने को काला दिवस मनाया गया। इस दिन को लोकतंत्र की हत्या करार दिया गया।
सांसद व केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि 25 जून को इंदिरा गांधी ने पूरे देश में आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की हत्या की थी। इस कृत्य को भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता जन-जन तक पहुंचाएंगे। इंदिरा गांधी के तानाशाही रवैया ने विपक्ष के बड़े नेताओं की गिरफ्तारी तथा आम नागरिकों के अधिकारों का हनन किया था। यहां तक कि प्रेस पर भी सेंसर लगा दिया गया था।
उन्होंने कहा कि 1971 में इंदिरा गांधी ने अपने प्रतिद्वंदी राजनारायण को लोकसभा चुनाव में पराजित किया था। राजनारायण ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में 4 साल बाद याचिका दायर कर न्यायालय की गुहार लगायी थी और उन्हें विजय मिली थी।
उन्होंने कहा कि 12 जून 1975 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश जगमोहन लाल ने इंदिरा गांधी का चुनाव निरस्त पर 6 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। इससे साबित होता है कि राजनारायण को हराने के लिए इंदिरा गांधी ने सरकारी मिशनरियों का दुरुपयोग किया था।