नई दिल्ली, 23 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) समूह के सदस्य देशों ने पिछले कुछ वर्षों में संरचनात्मक परिवर्तन करने में कामयाबी हासिल की है जिससे संस्था का प्रभाव बढ़ा है। उन्होंने कहा कि कई क्षेत्रों में सदस्य देशों के बीच सहयोग से हमारे नागरिकों को फायदा हुआ है।
वर्चुअल माध्यम से आयोजित 14वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के उद्घाटन भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि आज लगातार तीसरे वर्ष हम कोविड महामारी की चुनौतियों के बीच वर्चुअल रूप में मिल रहे हैं। हालांकि वैश्विक स्तर पर महामारी का प्रकोप पहले की तुलना में कम हुआ है, लेकिन इसके अनेक दुष्प्रभाव अभी भी वैश्विक अर्थव्यवस्था में दिखाई दे रहे हैं।
उन्होंने कहा, “ब्रिक्स सदस्यों का वैश्विक अर्थव्यवस्था के शासन के संबंध में एक समान दृष्टिकोण है। हमारा आपसी सहयोग वैश्विक पोस्ट-कोविड रिकवरी में उपयोगी योगदान दे सकता है।” उन्होंने कहा, “विश्वास है कि आज हमारे विचार-विमर्श हमारे संबंधों को और मजबूत करने के लिए सुझाव देंगे।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां ब्रिक्स देशों के बीच सहयोग के माध्यम से नागरिकों को लाभ हुआ है। ब्रिक्स यूथ समिट्स, ब्रिक्स स्पोर्ट्स, सिविल सोसाइटी संगठनों और थिंक-टैंक्स के बीच संपर्क बढ़ाकर, हमने अपने लोगों से लोगों के बीच जुड़ाव को मजबूत किया है।” उन्होंने कहा कि हमने पिछले कुछ वर्षों में ब्रिक्स में संरचनात्मक परिवर्तन किए हैं जिससे इस संस्था का प्रभाव बढ़ा है। खुशी की बात है कि ब्रिक्स के न्यू डेवलपमेंट बैंक की सदस्यता बढ़ी है।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये आयोजित दो दिवसीय शिखर वार्ता में प्रधानमंत्री मोदी, रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा और ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सनारो ने भाग लिया।