नई दिल्ली, 22 जून (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बुधवार को कहा कि जनप्रतिनिधि के जीवन में अनुशासन का बड़ा महत्व है। समाज के प्रत्येक व्यक्ति के प्रभावी विकास को बढ़ावा देने के लिए उन्हें जमीनी स्तर पर अधिकारियों के साथ विशेष रूप से ग्राम पंचायत के अधिकारियों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। वे निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों के लिए जेंडर रिस्पॉन्सिव गवर्नेंस पर राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रही थीं।
इस मौके पर उन्होंने सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई और प्रतिभागियों को ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ की दिशा में प्रयास करने के लिए कहा। उन्होंने अपने बहुमूल्य अनुभवों और वास्तविक जीवन के उदाहरणों से महिला विधायकों को प्रेरित किया।
इस मौके पर एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि कार्यशाला की अवधारणा और विकास महिला नेताओं के क्षमता निर्माण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है। आयोग ने 49 प्रशिक्षण आयोजित किए हैं। आठ राज्यों में बैच, जिसके तहत अब तक पंचायती राज संस्थाओं एवं शहरी स्थानीय निकायों की लगभग 1700 महिला प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।