काउंसिल ने हमले को कायरतापूर्ण बताते हुए तालिबान सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की
नई दिल्ली, 20 जून (हि.स.)। ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल ने अफगानिस्तान के काबुल शहर में स्थित गुरुद्वारे में गत शनिवार की सुबह को होने वाले आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे एक बुजदिलाना और कायराना हमला करार दिया है। काउंसिल का कहना है कि अफगानिस्तान में तालिबान के जरिए सत्ता पर कब्जा करने के बाद इस तरह की यह पहली घटना है। इस घटना में एक सिख और एक हमलावर ग्रुप का व्यक्ति मारा गया है।
ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल के महासचिव डॉक्टर मोहम्मद मंजूर आलम में कहा है कि अफगानिस्तान के गुरुद्वारे पर होने वाले हमले की कड़ी से कड़ी आलोचना की जानी चाहिए। उनका कहना है कि जिस वक्त गुरुद्वारे पर आतंकवादी हमला हुआ था, उस वक्त लगभग 30 से 35 लोग पूजा-अर्चना कर रहे थे। आतंकवादियों के जरिए वहां पर की गई अंधाधुंध फायरिंग से अफरा-तफरी मच गई थी। किसी भी तरह के आतंकवादी हमले की कोई भी सभ्य समाज कभी भी अनुमति नहीं दी सकती है।
उनका कहना है कि कोई भी धर्म आतंकवादी गतिविधियों और मासूमों का खून बहाने की इजाजत नहीं दे सकता है। यह पूरी तरह से गैर इस्लामी और गैरइंसानी है। इस्लाम हमेशा ही अमन व शांति का सबक सिखाया है जिस पर अमल करना प्रत्येक मुसलमान की जिम्मेदारी है। उन्होंने अफगानिस्तान की तालिबान सरकार से अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय से सम्बंध रखने वाले सिखों और हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। उनका कहना है कि तालिबान सरकार को चाहिए कि वह अपने यहां रहने वाले अल्पसंख्यक समुदाय से सम्बंधित लोगों की सुरक्षा पूरी तरह से सुनिश्चित करें और उन्हें किसी भी तरह की आतंकवादी घटना से फुलप्रूफ सुरक्षा प्रदान करें।