कारोबारी संगठन कैट ने कहा, देशभर में अधिकांश जगहों पर खुले रहे बाजार
नई दिल्ली, 20 जून (हि.स.)। भारत बंद के कुछ विपक्षी दलों के आह्वान का दिल्ली सहित देश के अन्य शहरों में कोई खास असर नहीं पड़ा है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा कि कोरोना के बाद कारोबार और व्यापार पटरी पर लौट रहा है। ऐसे में किसी भी तरह का बंद का समर्थन व्यापारियों के लिए फायदेमंद नहीं है।
कारोबारी संगठन कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि राजधानी दिल्ली के चांदनी चौक, चावड़ी बाजार, लक्ष्मी नगर सहित अन्य बाजार खुले रहे और रोजना की तरह कारोबार हुआ। हालांकि, देश के कुछ हिस्सों से रेलवे ट्रैक और सड़क जाम करने की खबर आई है। कैट ने जारी एक बयान में कहा कि देशभर में कोई भी व्यापारी संगठन इस भारत बंद का समर्थन नहीं किया है, जिसके चलते दिल्ली सहित देशभर में सभी बाज़ार पूरी तरह खुले रहे और बाजारों में रोज़मर्रा की तरह कामकाज हुआ।
कारोबारी संगठन ने कहा कि वर्तमान में जुलाई तक शादियों का सीजन है, जिससे व्यापार गति पकड़ रही है।कोरोना महामारी के बाद अब धीरे-धीरे देशभर के बाजारों में कारोबार शुरू हुआ है। ऐसे में व्यापारियों की प्राथमिकता सिर्फ व्यापार करना है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में किसी भी तरह का आंदोलन अथवा भारत बंद का समर्थन व्यापारियों के हित में क़तई नहीं है।
खंडेलवाल ने यह भी कहा कि यदि कुछ लोगों का अग्निपथ योजना से विरोध है, तो उन्हें इस मामले को सरकार के समक्ष अपना पक्ष रखना चाहिए, न कि बिना सोचे-समझे सीधे आंदोलन कर देना और देश की संपत्ति को नुक़सान पहुंचाना चाहिए। क्योंकि, इसका सीधा असर देश की अर्थव्यवस्था और घरेलू व्यापार पर पड़ेगा।