नई दिल्ली, 19 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को प्रगति मैदान एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना की मुख्य सुरंग और पांच अंडरपास राष्ट्र को समर्पित करते हुए कहा कि आज दिल्ली को केंद्र सरकार की तरफ से आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का बहुत सुंदर उपहार मिला है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत में दिल्ली-एनसीआर के लोगों को बधाई देते हुए कहा कि यह गलियारा 21वीं सदी की आवश्यकताओं के अनुसार प्रगति मैदान प्रदर्शनी क्षेत्र के परिवर्तन का एक हिस्सा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर की समस्याओं के समाधान के लिए बीते 8 सालों में हमने अभूतपूर्व कदम उठाए हैं। बीते 8 सालों में दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो सेवा का दायरा 193 किलोमीटर से करीब 400 किलोमीटर तक पहुंच चुका है।
उन्होंने कहा कि दशकों पहले भारत की प्रगति को, भारतीयों के सामर्थ्य, भारत के प्रॉडक्ट्स, हमारी संस्कृति को शोकेस करने के लिए प्रगति मैदान का निर्माण हुआ था। तबसे भारत बदल गया, भारत का सामर्थ्य बदल गया, ज़रूरतें कई गुणा बढ़ गईं, लेकिन प्रगति मैदान की ज्यादा प्रगति नहीं हुई। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की राजधानी में विश्व स्तरीय कार्यक्रमों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं हों, एक्जीबिशन हॉल हों, इसके लिए भारत सरकार निरंतर काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि इतने कम समय में एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर को तैयार करना आसान नहीं था। जिन सड़कों के इर्द-गिर्द ये कॉरिडोर बना है वो दिल्ली की सबसे व्यस्ततम सड़कों में से एक है। ऐसे में इसके निर्माण कार्य में न्यायपालिका के माध्यम से अड़ंगे डालने वालों को आड़े हाथों लेते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह नया भारत है जो समस्या का समाधान करता है।
यह एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना प्रगति मैदान पुनर्विकास परियोजना का अभिन्न अंग है। पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित इस परियोजना को 920 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से तैयार किया गया है। इसका उद्देश्य प्रगति मैदान में विकसित किए जा रहे नए विश्वस्तरीय प्रदर्शनी और कन्वेंशन सेंटर तक परेशानी मुक्त और सुगम पहुंच प्रदान करना है, जिससे प्रगति मैदान में होने वाले कार्यक्रमों में प्रदर्शकों और आगंतुकों की आसानी से भागीदारी हो सके।
मुख्य सुरंग प्रगति मैदान से गुजरने वाली पुराना किला रोड के माध्यम से रिंग रोड को इंडिया गेट से जोड़ती है। छह लेन में इस विभाजित सुरंग के कई उद्देश्य हैं, जिसमें प्रगति मैदान की विशाल बेसमेंट पार्किंग तक पहुंच शामिल है।