विरोध प्रदर्शन छोड़ अग्निवीर भर्ती की तैयारी करें युवा: डिप्टी सीएम
-सीएपीएफ व असम राइफल्स में 10% आरक्षण और उम्र में छूट का निर्णय स्वागतयोग्य
लखनऊ, 18 जून (हि.स.)। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने ‘अग्निपथ’ योजना का विरोध कर रहे युवाओं को समाजविरोधी तत्वों द्वारा दिग्भ्रमित कहा है। उन्होंने कहा कि विभाजनकारी ताकतें हमेशा ही समाज में उपद्रव करने की फिराक में रहती हैं। इस बार इन्होंने युवाओं को अपना टूल बनाने की साजिश की है। डिप्टी सीएम ने युवाओं को समाजविरोधी ताकतों के हाथ का खिलौना बनने से बचने की जरूरत बताते हुए अग्निपथ योजना का लाभ उठाने के लिए तैयारी करने की अपील की है।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि गृह मंत्रालय के 04 वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले अग्निवीरों के लिए सीएपीएफ व असम राइफल्स में 10% रिक्तियां आरक्षित करने के साथ ही प्रवेश की आयु सीमा में तीन वर्ष की छूट देने के निर्णय का स्वागत किया है।
उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना युवाओं के लिए नए अवसर पैदा करेगी। यह योजना युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए स्वर्णिम अवसर है। साथ ही फिट और तेजतर्रार युवा भारतीय सेना से जुड़ेंगे, जोकि सीमा रक्षा के लिए अधिक उपयोगी होंगे। पाठक ने कहा कि पूर्व की सरकारों की नीतियों के कारण पहले औसतन 10 में से एक उम्मीदवार की सेना में भर्ती होती थी। बाकी के 09 को अपने हाल पर छोड़ दिया जाता था। अब मोदी सरकार में अगर चार युवा सेना के लिए चुने जाएंगे तो इसमें से एक को चार साल बाद स्थायी नियुक्ति मिल जाएगी। बाकी के तीन को लगभग 12 लाख का एकमुश्त बैलेंस मिलेगा। पुलिस और बाकी विभागों में भी इनकी नियुक्ति के बेहतर अवसर होंगे।
योजना को लेकर तमाम आशंकाओं को निराधार बताते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को यह भी समझना चाहिए कि यह सेवा केवल भारतीय सेना के लिए है। पैरामिलिट्री बल की सेवाओं में पूर्ववत अवसर बने रहेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विभिन्न सेवाओं में इन युवाओं को वरीयता देने की बात कही है। तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित विभिन्न राज्य सरकारों ने अपनी पुलिस सेवा में वरीयता की घोषणा की है।
उन्होंने कहा कि अग्निवीरों को व्यापार हेतु वित्तीय पैकेज, आसान बैंक ऋण सुविधा एवं पैरा मिलिट्री फोर्स और पुलिस की भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अग्निपथ योजना भारतीय सशस्त्र बलों को और अधिक युवा बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। सशस्त्र बलों से जुड़ना हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। इस पहल से राष्ट्रीय सेवा में अधिक युवा शामिल होंगे। रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। एक कुशल और फिट कार्यबल बनाने में योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि युवाओं को विरोध प्रदर्शन के बजाय जल्द होने जा रही अग्निवीरों की भर्ती के लिए तैयारी करनी चाहिए।