कानपुर, 18 जून (हि.स.)। भारत सरकार की यह प्राथमिकता है कि देश में कोई भी व्यक्ति भूख से ना मरे। श्रमिकों को अपने गांव में ही रोजगार मिल सके इस उद्देश्य के साथ मनरेगा योजना संचालित की जा रही है। इससे श्रमिकों को गांव में रोजगार मिल रहा है। यह बातें शनिवार को कानपुर पहुंचे केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने विकास भवन में समीक्षा बैठक के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा यह समीक्षा की जाए कि मनरेगा योजना के अंतर्गत कितने व्यक्तियों को 100 दिन का रोजगार दिया गया। कितने व्यक्ति ऐसे हैं जिनको कम दिन का इसका लाभ मिला। मनरेगा के अंतर्गत जितने कार्य चल रहे हैं उनकी जनपद स्तर में प्रभावी समीक्षा होनी चाहिए। इसके साथ ही प्रत्येक ग्राम पंचायत का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए जिसमें जनप्रतिनिधि, ग्राम प्रधान, पंचायत के सभी कार्मिक व ग्राम पंचायत के कुछ व्यक्ति सम्मिलित हो, इससे कार्य में पारदर्शिता आएगी।
प्रत्येक महिला की हो एक लाख रुपये वार्षिक आय
केन्द्रीय मंत्री को बताया गया कि जनपद में राष्ट्रीय स्वयं सहायता समूह के 5225 समूह है जिनमें 69530 महिलाएं समूह से जुड़ी हैं। मंत्री ने कहा कि कानपुर में 04 लाख घरों तक जाने का हमारा लक्ष्य है और प्रत्येक महिला की वार्षिक आय को एक लाख बनाना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का संकल्प है कि बहनों को आत्मनिर्भर बनाकर उनकी आय में बढ़ोतरी कराई जाए।