मेरठ, 18 जून (हि.स.)। भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बद्रीनाराण चौधरी ने कहा कि गौ आधारित जैविक खेती को बढ़ावा देना होगा, जिससे हमारी फसल की लागत में कमी आएगी। इसके साथ ही पर्यावरण में सुधार होगा एवं फसलों को बीमारियों से निजात मिलेगी।
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के सभी प्रान्तों के कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण वर्ग सरस्वती बाल मंदिर हायर सैकेंडरी स्कूल मोदीनगर रोड हापुड़ में चल रहा है। शनिवार को प्रशिक्षण वर्ग के दूसरे दिन अध्यक्ष बद्रीनारायण चौधरी ने कहा कि भारतीय किसान संघ किसानों के विकास के लिये कार्य करता है। यह किसानों का किसानों से और किसानों द्वारा बनाया गया संगठन है। प्रशिक्षण में संगठन को ग्राम समिति तक विस्तार करने की कार्ययोजना बनाई गई है। शीघ्र ही संगठन काएक लाख गाँव तक विस्तार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि उप्र सरकार द्वारा जारी हुए घोषणा पत्र के अनुसार सिंचाई की बिजली निःशुल्क कराई जाए। सरकार द्वारा बकाया गन्ना का शीघ्र भुगतान किया जाए। निराश्रित पशुओं को लेकर सरकार ठोस कदम उठाए। फसल का लाभकारी मूल्य दिलाने को लेकर चर्चा की गई।
उन्होंने कहा कि भारतीय किसान संघ के स्थापना काल से ही हमारा नारा रहा है कि ’देश के हम भंडार भरेंगे, लेकिन कीमत पूरी लेंगे’। मगर अभी तक किसान को उसकी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य ही दिया जा रहा है। किसान को फसलों का लाभकारी मूल्य दिलाने के लिए लागत का सही मूल्यांकन करना चाहिए और फसल का लाभकारी मूल्य देना चाहिए ।
मेरठ प्रांत अध्यक्ष संजीव ने कहा कि किसानों को गन्ने का बकाया भुगतान मिले। अधिकांश मिलों पर किसानों का बकाया है, जिससे किसान परेशान है। बकाया भुगतान नहीं किया गया तो सामूहिक निर्णय लेकर जल्द आंदोलन किया जाएगा। यूपी सरकार को अपने घोषणा पत्र के अनुसार गन्ने का भुगतान करना चाहिए।
इस दौरान संयुक्त क्षेत्र संगठन मंत्री उप्र व उत्तराखंड शिवकान्त दीक्षित, प्रदेश महामंत्री उप्र राज सिंह, प्रांत संगठन मंत्री कानपुर कमलेश सिंह, प्रांत अध्यक्ष कानपुर साहब सिंह चौहान, प्रांत अध्यक्ष ब्रज गुलवीर सिंह, क्षेत्र संगठन मंत्री सोनपाल तोमर, प्रांत संगठन मंत्री काशी कुँवर बहादुर, प्रांत अध्यक्ष काशी इन्द्रासन, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य चौधरी अनिल महले, धर्मपाल, श्यामवीर त्यागी, ओमकार त्यागी, ऋषि कुमार, अखिलेश, कमलेश सिंह आदि उपस्थित रहे।