नई दिल्ली, 16 जून (हि.स.)। केंद्र सरकार की ‘अग्निपथ’ योजना के विरोध में गुरुवार को दिल्ली के नांगलोई स्टेशन पर युवाओं ने विरोध-प्रदर्शन कर कुछ समय के लिए रेल संचालन को बाधित कर दिया।प्रदर्शनकारी युवा सरकार से इस योजना को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि सालों पसीना बहाने के बाद सिर्फ चार साल के लिए सेना में नौकरी उचित नहीं है।
बाहरी जिले के डीसीपी समीर शर्मा ने बताया कि सुबह 9.45 बजे सूचना मिली कि नांगलोई रेलवे स्टेशन पर 15 से 20 युवक ट्रेन के ट्रैक पर खड़े हो गये। इस बीच हरियाणा जींद से पुरानी दिल्ली के बीच चलने वाली ट्रेन संख्या 04424 को रोक दिया। सूचना मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और युवकों को समझा-बुझाकर ट्रैक को खाली करवाया। यह प्रदर्शनकारी रेलवे भर्ती प्रक्रिया में देरी और केंद्र सरकार की हाल ही में घोषित अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे थे। इनमें से कई युवकों ने रेलवे की नौकरी के लिये परीक्षा दी थी, लेकिन उसका परिणाम अभी तक नहीं आया था। इसे लेकर वह नाराज थे। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
बेरोजगार युवाओं ने रेलवे ट्रैक पर बैठकर लगाए नारे
जानकारी के अनुसार, सुबह नांगलोई में सैकड़ों की तादात में पहुंचे बेरोजगार युवाओं ने नांगलोई रेलवे ट्रैक पर बैठकर सरकार विरोधी नारे लगाए। प्रदर्शनकारी युवाओं ने सरकार से इस पॉलिसी को वापस लेने की मांग की। युवाओं के विरोध-प्रदर्शन के चलते आधे घंटे तक ट्रेनों का आवागमन ठप रहा। सेना भर्ती के नियमों में बदलाव को युवा किसी भी कीमत पर स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। इनका कहना है कि ‘अग्निपथ’ को मोदी सरकार ने वापस न लिया तो ये आंदोलन जारी रहेगा।
प्रधानमंत्री ने दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन बीते कई साल से रेलवे, सेना और ऐसी कई भर्तियां बंद हैं। जिससे बेरोजगारों में भारी आक्रोश है।