नई दिल्ली, 15 जून (हि.स.)। यूएस फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों को लेकर फेडरल ओपन मार्केट कमिटी (एफओएमसी) की बैठक का नतीजा आने के पहले ही दुनिया के अन्य शेयर बाजारों की तरह की भारतीय शेयर बाजार भी दबाव में नजर आया। इस दबाव की वजह से बाजार न तो कभी काफी तेज हुआ और न ही कभी ज्यादा गिरावट का शिकार हुआ। पूरे दिन घरेलू शेयर बाजार सीमित दायरे में ही कारोबार करता रहा। बीएसई का सेंसेक्स आज दिन भर 374 अंक के दायरे में ही ऊपर नीचे होता रहा और एनएसई का निफ्टी भी 104 अंक के दायरे में ही घूमता रहा।
अमेरिका में महंगाई के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच जाने के कारण आशंका जताई जा रही है कि फेडरल ओपन मार्केट कमिटी की बैठक में यूएस फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया जा सकता है। फेडरल ओपन मार्केट कमेटी के फैसले आज देर रात तक सार्वजनिक किए जा सकते हैं। कमेटी के फैसले के आने के पहले ही ब्याज दरों को बढ़ाए जाने की आशंका के कारण दुनिया भर के शेयर बाजार आज लगातार दबाव में बने रहे और सीमित दायरे में ही कारोबार करते दिखे।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के सेंसेक्स ने आज 43.16 अंक की कमजोरी के साथ 52,650.41 अंक के स्तर से कारोबार की शुरुआत की। बाजार खुलते ही एक बार काफी तेज लिवाली हुई, जिसके कारण सेंसेक्स पहले मिनट में ही ओपनिंग लेवल से 169.38 अंक उछलकर 52,819.79 अंक के स्तर पर पहुंच गया। जितनी तेजी से सेंसेक्स उछला, उतनी ही तेजी से अगले ही मिनट लुढ़क कर 52,538.51 अंक के स्तर पर पहुंच भी गया। शुरुआती कारोबार में बाजार में लगातार खरीदारी और बिकवाली का बराबर जोर बना रहा, जिसके कारण सेंसेक्स में भी ऊपर नीचे की गति बनी रही।
सुबह 11 बजे के बाद एक बार खरीदारों ने बिकवालों पर बढ़त हासिल कर ली और बाजार में लिवाली का जोर बढ़ गया, जिसके कारण दोपहर 1 बजे के थोड़ी देर पहले सेंसेक्स 174.16 अंक की मजबूती के साथ आज के सर्वोच्च स्तर 52,867.73 अंक तक पहुंच गया। इस स्तर पर पहुंचते ही बाजार में बिकवाली का दबाव बन गया, जिसके कारण सेंसेक्स नीचे गिरने के लिए मजबूर हो गया। इस दौरान बीच बीच में मामूली लिवाली भी होती रही, लेकिन बिकवाली का दबाव अधिक होने के कारण सेंसेक्स लगातार गिरता गया।
बाजार बंद होने के कुछ देर पहले बिकवाली के दबाव के कारण सेंसेक्स 200.21 अंक की कमजोरी के साथ आज के सबसे निचले स्तर 52,493.36 अंक तक पहुंच गया। हालांकि आखिरी वक्त में इंट्रा-डे सेटेलमेंट के कारण हुई खरीदारी की वजह से सेंसेक्स की स्थिति में मामूली सुधार हुआ और इस सूचकांक ने 152.18 अंक की कमजोरी के साथ 52,541.39 अंक के स्तर पर आज के कारोबार का अंत किया।
सेंसेक्स की तरह ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 2.85 अंक की सांकेतिक कमजोरी के साथ 15,729.25 अंक के स्तर पर खुला। पहले 2 मिनट के कारोबार में ही बाजार में हुई जबरदस्त खरीदारी और उसके तुरंत बाद हुई जोरदार बिकवाली के कारण निफ्टी पहले तो ओपनिंग लेवल से करीब 71 अंक उछलकर 15,780.15 अंक के स्तर पर पहुंचा और फिर अगले ही मिनट इस ऊंचाई से करीब 97 अंक गिरकर 15,683.30 अंक के स्तर पर पहुंच गया।
बाजार में उठापटक का ये दौर सुबह 11 बजे तक लगातार जारी रहा, लेकिन उसके बाद बाजार पर खरीदार हावी हो गए। खरीदारों की कोशिश से दोपहर 1 बजे से थोड़ी देर पहले तक निफ्टी में ऊपर चढ़ने का रुख बना रहा और ये सूचकांक 51.55 अंक की तेजी के साथ आज के सर्वोच्च स्तर 15,783.65 अंक तक पहुंच गया। इसके बाद बाजार में लिवाली की जगह बिकवाली का दबाव बन गया, जिसने निफ्टी को एक बार फिर गिरने के लिए मजबूर कर दिया।
बिकवाली के दबाव के कारण ये सूचकांक आज का कारोबार बंद होने के थोड़ी देर पहले 53.20 अंक की कमजोरी के साथ 15,678.90 अंक तक पहुंच गया। हालांकि आखिरी वक्त में हुई खरीदारी के कारण निफ्टी कुछ सुधार करके 39.95 अंक की कमजोरी के साथ 15,692.15 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
आज दिन भर के कारोबार के दौरान सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 14 शेयर मुनाफा कमाकर हरे निशान में बंद हुए, जबकि 16 शेयर बिकवाली के दबाव में फंसकर लाल निशान में बंद हुए। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के 11 सेक्टोरल इंडेक्सों में से सिर्फ 4 इंडेक्सों में मजबूती का रुख रहा, जबकि 7 इंडेक्स गिरावट के साथ बंद हुए। आज के कारोबार के दौरान ऑटो, फाइनेंशियल सर्विस, बैंक और फार्मास्यूटिकल्स सेक्टर में मामूली बढ़त दर्ज की गई।
दिनभर की खरीद बिक्री के बाद दिग्गज शेयरों में से बजाज फिनसर्व 4.17 प्रतिशत, टाटा मोटर्स 2.21 प्रतिशत, बजाज फाइनेंस 2.03 प्रतिशत, हीरो मोटोकॉर्प 1.87 प्रतिशत और ग्रासिम इंडस्ट्रीज 1.71 प्रतिशत की मजबूती के साथ आज के टॉप 5 गेनर्स की सूची में शामिल हुए। दूसरी ओर टाटा स्टील 3.67 प्रतिशत, ओएनजीसी 2.92 प्रतिशत, एनटीपीसी 2.15 प्रतिशत, विप्रो 1.3 प्रतिशत और इंफोसिस 1.27 प्रतिशत की कमजोरी के साथ आज के टॉप 5 लूजर्स की सूची में शामिल हुए।