नौ केस में हो चुका है बरी, 21 की अदालतों में चल रही सुनवाई
चंडीगढ़, 15 जून (हि.स.)। पंजाब पुलिस द्वारा ट्रांजिट रिमांड पर लाए गए गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई के खिलाफ पंजाब में सबसे अधिक मामले दर्ज हैं।
वर्ष 2010 में अपराध की दुनिया में दाखिल होने वाला लारेंस पहली बार ट्रांजिट रिमांड पर जेल से बाहर आया है। पिछले 12 सालों के दौरान लारेंस के खिलाफ पांच राज्यों में 36 केस दर्ज हो चुके हैं। इनमें 9 केस में वह बरी हो चुका है। छह केस में सजा हुई है, जबकि 21 केस की कोर्ट में सुनवाई चल रही है।
लारेंस के खिलाफ 2010 में चंडीगढ़ और मोहाली में अवैध हथियार और हत्या के प्रयास के तीन केस दर्ज हुए थे। चंडीगढ़ में अप्रैल 2010 में दर्ज हुए दो केस में लॉरेंस बरी हो गया। मोहाली में अक्टूबर 2010 में उसे सजा हो गई। लारेंस के खिलाफ सबसे ज्यादा 17 केस पंजाब में दर्ज हुए। इनमें 6 केस फाजिल्का में हैं। लॉरेंस फाजिल्का के गांव दुतरावाली का रहने वाला है। मोहाली में लारेंस पर सात, फरीदकोट में दो, अमृतसर और मुक्तसर में एक-एक केस दर्ज हैं।
चंडीगढ़ के डीएवी कालेज में छात्र संघ के अध्यक्ष पद पर रह चुके लारेंस बिश्नोई के खिलाफ चंडीगढ़ में सात केस दर्ज हैं। इसके अलावा राजस्थान में छह, दिल्ली में चार और हरियाणा में दो केस दर्ज हैं। इनमें हत्या, पैसे लेकर हत्या करना, डकैती, फिरौती और लूट जैसे संगीन मामले हैं।