बिकवाली के दबाव में 2 प्रतिशत से ज्यादा गिरा बाजार
नई दिल्ली, 11 जून (हि.स.)। कमजोर ग्लोबल संकेतों, दुनिया भर के देशों में लगातार बढ़ती महंगाई, भारत में दोबारा कोरोना की दस्तक और विदेशी निवेशकों द्वारा की जा रही चौतरफा बिकवाली के कारण पिछले कारोबारी सप्ताह में घरेलू शेयर बाजार 2 प्रतिशत से भी अधिक की गिरावट के साथ बंद हुआ।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स शुक्रवार को खत्म हुए कार्यवाही सप्ताह के दौरान 1,466 अंक यानी 2.63 प्रतिशत की गिरावट के साथ 54,303.44 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी ने 382.50 अंक यानी 2.3 प्रतिशत का गोता लगाकर 16,201.80 अंक के स्तर पर अपने साप्ताहिक कारोबार का अंत किया।
बाजार के जानकारों के मुताबिक महंगाई पर काबू पाने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) द्वारा रेपो रेट में 0.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने के फैसले से भी घरेलू शेयर बाजार की चाल पर काफी असर पड़ा। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में आई तेजी और यूरोपियन सेंट्रल बैंक द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी किए जाने का संकेत देने के बाद विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार से काफी तेजी से अपना पैसा निकालना शुरू कर दिया। इस कोशिश में बाजार में की गई बिकवाली से निफ्टी और सेंसेक्स दोनों सूचकांक लुढ़कते चले गए।
पूरे सप्ताह के कारोबार के बाद बैंकिंग सेक्टर, कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल, फाइनेंशियल सर्विसेज, मेटल, एफएमसीजी और आईटी सेक्टर दो से तीन प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए। हालांकि इसी अवधि में ऑयल एंड गैस, ऑटो और एनर्जी सेक्टर के शेयरों ने मुनाफा भी कमाया।
सोमवार से शुक्रवार के बीच की अवधि में हुए कारोबार के दौरान शेयर बाजार गुरुवार को छोड़कर हर दिन दबाव में काम करता नजर आया, जिसकी वजह से कई बड़े शेयर भी गिरावट के साथ बंद हुए। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का मिडकैप इंडेक्स पूरे सप्ताह के कारोबार के दौरान 1.25 प्रतिशत और स्मॉल कैप इंडेक्स 2 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ।
बिकवाली के दबाव की वजह से बने इस निराशाजनक माहौल के बावजूद स्मॉल कैप इंडेक्स में शामिल 28 शेयरों ने जबरदस्त मुनाफा भी कमाया। मुनाफा कमाने वाले शेयरों में मंगलौर रिफायनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स के शेयरों ने सप्ताह भर के कारोबार में 39 प्रतिशत की छलांग लगाई, तो दूसरी ओर फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशन ने 27.5 प्रतिशत का मुनाफा कमाया। इसी तरह फ्यूचर सप्लाई चेन सॉल्यूशंस 27 प्रतिशत और फ्यूचर इंटरप्राइजेज के शेयर 22 प्रतिशत की साप्ताहिक बढ़त के साथ बंद हुए।
इन शेयरों के अलावा चेन्नई पेट्रोलियम कॉरपोरेशन, थायरोकेयर टेक्नोलॉजी, टीटागढ़ वैगंस, पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस, कामधेनु, मंगलौर केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स, टीवी-18 ब्रॉडकास्ट ,नवकार कॉरपोरेशन जैसी कंपनियों के शेयरों ने भी बाजार में लगातार हो रही बिकवाली के बावजूद साप्ताहिक कारोबार में 10 से लेकर 19 प्रतिशत तक की बढ़त हासिल की।
इसी तरह बीएसई के मिडकैप इंडेक्स में शामिल शेयरों में से ऑयल इंडिया लिमिटेड ने साप्ताहिक कारोबार में 20 प्रतिशत तक की छलांग लगाई। दूसरी ओर टीवीएस मोटर कंपनी, अपोलो हॉस्पिटल्स इंटरप्राइजेज, आरबीएल बैंक, ओबेरॉय रीयल्टी, बायोकॉन और मैक्स फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयरों ने भी 2 से लेकर 7 प्रतिशत तक की तेजी हासिल की। पूरे सप्ताह मंदी का माहौल रहने के बावजूद देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इस सप्ताह के कारोबार में 3 प्रतिशत की तेजी लेकर फ्रंट रनर की दौड़ में सबसे आगे रही, जबकि महिंद्रा एड महिंद्रा महज 0.86 प्रतिशत की बढ़त हासिल कर पाने के कारण मारुति से काफी पीछे छूट गई।
86 प्रतिशत की बढ़त हासिल कर पाने के कारण मारुति से काफी पीछे छूट गई।