काबुल, 10 जून (हि.स.)। अफगानिस्तान की धरती से भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों के संचालन को हर हाल में रोका जाएगा। अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान ने भारत को इस आशय का भरोसा दिलाया है।
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधिमंडल की काबुल यात्रा के दौरान तालिबान के शीर्ष नेतृत्व ने आश्वासन दिया है कि वह अपनी धरती से तीसरे देशों के खिलाफ आतंकवाद की अनुमति नहीं देगा। साथ ही यह वादा भी किया है कि वह विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई भी करेगा।
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी जेपी सिंह की अगुवाई में गए दल ने काबुल में विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी, रक्षा मंत्री मुल्ला याकूब और आंतरिक मंत्री सिराजुजद्दीन हक्कानी से मुलाकात की। इस दौरान भारतीय दल ने तालिबान से कहा कि लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादी संगठनों को भारत के खिलाफ आतंकवाद के लिए अफगानी धरती का उपयोग नहीं करने देना चाहिए। इस पर तालिबान की ओर से साफ कहा गया अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए किसी हाल में नहीं करने दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि विशेष सूचना देने पर आतंकी संगठन अल कायदा के धड़े अल कायदा इन इंडियन सबकांटीनेंट (एक्यूआईएस) पर भी कार्रवाई की जाएगी। तालिबान के इन वायदों के बाद भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने भी अफगानिस्तान में चल रहे आधारभूत ढांचा विकास कार्यक्रम को जारी रखने और सहायता कार्यक्रम न रोकने की बात कही।