सियोल, 6 जून (हि.स.)। उत्तर कोरिया ने रविवार को कई स्थानों से समुद्र की ओर कम दूरी वाली आठ बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया। दक्षिण कोरिया की सेना ने यह जानकारी दी है। इसके कुछ घंटे बाद ही जापान और अमेरिका ने एक संयुक्त बैलिस्टिक मिसाइल अभ्यास किया गया।
दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने कहा कि उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग के पास सुनन इलाके से लगातार 35 मिनट से अधिक समय तक एक के बाद एक मिसाइलें दागी गईं। यह भी बताया गया कि मिसाइलों ने 110 से 670 किमी की दूरी तय की।
जापान के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इसके कुछ घंटे बाद जापान और अमेरिका ने एक संयुक्त बैलिस्टिक मिसाइल अभ्यास किया। इस अभ्यास का लक्ष्य त्वरित प्रतिक्रिया और धमकियों का जवाब माना जा सकता है। दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ चेयरमैन जनरल वोन इन चौल ने जनरल पॉल ला कामेरा के साथ एक वीडियो कांफ्रेंस किया और उन्होंने गठजोड़ के संयुक्त रक्षा रुख को दोहराया। कामेरा एक अमेरिकी जनरल हैं, जो सोल में दक्षिण कोरिया-अमेरिका संयुक्त सेना कमान का नेतृत्व कर रहे हैं। मिसाइल परीक्षण पर उत्तर कोरिया के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष दूत सुंग किम ने भी सोल की यात्रा पर दक्षिण कोरियाई अधिकारियों के साथ चर्चा की।
उन्होंने उत्तर कोरिया के हथियारों का विकास जारी रखने पर गहरा अफसोस प्रकट किया। जापान के रक्षा मंत्री नोबुओ किशी ने कहा कि कोई भी मिसाइल जापान के विशेष आर्थिक क्षेत्र में नहीं गिरी है।
उत्तर कोरिया क अधिक मिसाइलें दागे जाने के कारण दक्षिण कोरिया की सेना ने निगरानी बढ़ा दी है। यह परीक्षण अमेरिकी विमानवाहक पोत रोनाल्ड रीगन द्वारा फिलीपीन सागर में दक्षिण कोरिया के साथ तीन दिवसीय नौसैनिक अभ्यास के समापन के एक दिन बाद हुआ है।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक एओल के कार्यालय ने कहा कि उनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार किम सुंग-हान परीक्षण पर चर्चा के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाएंगे। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने परीक्षण के बारे में जानकारी इकट्ठा करने और विमान तथा जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकतम प्रयास करने का आह्वान किया। हालांकि क्षति की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं है।
अमेरिका की हिंद-प्रशांत कमान ने कहा कि वह उत्तर कोरिया के कई बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण से अवगत है, लेकिन इससे अमेरिकी कर्मियों या क्षेत्र, या हमारे सहयोगियों के लिए तत्काल खतरा नहीं है। यह परीक्षण वर्ष 2022 में उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षणों के क्रम में 18वां है। विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की इस हठधर्मिता का उद्देश्य अमेरिका को आर्थिक और सुरक्षा रियायतों पर बातचीत करने के लिए मजबूर करना है।