गोरखपुर, 04 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सनातन धर्म के सबसे पुराने प्रकाशन केन्द्र पर हम लोग एकत्र हुए हैं। आज गीताप्रेस के 100 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। इस अवसर पर राष्ट्रपति खुद यहां पहुंचे हैं। हम उनका स्वागत करते हैं। गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह के शुभारंभ के अवसर पर इस संस्था का अभिनंदन करता हूं। सनातन हिन्दू धर्म के प्रति इस संस्था का अतुलनीय योगदान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई सनातन परिवार ऐसा नहीं होगा जो हिन्दू धर्म में विश्वास करता हो और उसके घर में गीता प्रेस प्रकाशन की कोई पुस्तक न हो। सनातन हिन्दू धर्म के प्रकाशन को घर-घर तक पहुंचाकर धर्म और संस्कार को बढ़ा रहे हैं। आज के 67 वर्ष पूर्व गीता प्रेस के मुख्य द्वार और चित्र प्रदर्शनी का लोकार्पण करने के लिए देश प्रथम राष्ट्रपति पहुंचे थे। आज प्रदेश के सपूत एवं राष्ट्रपति शताब्दी वर्ष समारोह के अवसर पर आए हैं।
योगी ने कहा कि गीता प्रेस संस्था ने सनातन धर्म की बहुत बड़ी सेवा की है। एक किराये के घर में शुरू हुई यह संस्था आज अत्याधुनिक मशीनों के साथ काम कर रही है। संस्कृत श्लोकों को सरल हिंदी शब्दों में प्रस्तुत किया। इससे लोग सनातन धर्म को आत्मसात करते रहे हैं। श्रीमद्भगवद्गीता हमें कर्म करने की प्रेरणा देता है। इस एक वर्ष के दौरान गीता प्रेस के उल्लेखनीय कार्यों की चर्चा होगी। उल्लेखनीय है कि गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल समेत अन्य गणमान्य हस्तियां पहुंची हैं।