नई दिल्ली, 01 जून (हि.स.)। आर्थिक र्मोचे पर सरकार को राहत देने वाली खबर है। चालू वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के दूसरे माह मई में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का संग्रह 1,40,885 करोड़ रुपये रहा है। हालांकि, यह पिछले महीने की तुलना में 16.6 फीसदी कम है लेकिन एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में यह 44 फीसदी ज्यादा है। वित्त मंत्रालय ने बुधवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी।
वित्त मंत्रालय के जारी आंकड़ों के मुताबिक मई, 2022 में सकल जीएसटी राजस्व संग्रह 1,40,885 करोड़ रुपये रहा। हालांकि, यह आंकड़ा पिछले दो महीने के जीएसटी संग्रह से कम है। अप्रैल महीने में जीएसटी संग्रह 1.68 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर रहा था, जबकि उसके पहले मार्च, 2022 में जीएसटी का संग्रह 1.42 लाख करोड़ रुपये रहा था। यह चौथा मौका है, जब मासिक जीएसटी संग्रह 1.40 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है।
वित्त मंत्रालय के मुताबिक मई, 2022 के कुल 1,40,885 करोड़ रुपये के जीएसटी संग्रह में केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) का हिस्सा 25,036 करोड़ रुपये रहा है। राज्य जीएसटी (एसजीएसटी) संग्रह 32,001 करोड़ रुपये रहा जबकि एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी) संग्रह 73,345 करोड़ रुपये रहा। इसके अलावा 10,502 करोड़ रुपये का उपकर भी जुटाया गया है। मंत्रालय के मुताबिक अप्रैल में कुल 7.4 करोड़ ई-वे बिल निकाले गए, जो मार्च के 7.7 करोड़ ई-वे बिल से करीब चार फीसदी कम है।
उल्लेखनीय है कि मई, 2022 के लिए जीएसटी राजस्व संग्रह मई, 2021 की तुलना में 44 फीसदी बढ़ गया, जबकि एक साल पहले के समान महीने में जीएसटी संग्रह 97,821 करोड़ रुपये रहा था। दरअसल, देश में जुलाई, 2017 में जीएसटी सिस्टम लागू होने के बाद से यह चौथा मौका है, जब मासिक जीएसटी संग्रह 1.40 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है।