ब्रसेल्स, 01 जून (हि.स.)। यूक्रेन पर रूस के हमले के तीन महीने से अधिक बीत जाने के बाद यूरोपीय देशों ने रूस से तेल न खरीदने का फैसला किया है। यूरोपीय यूनियन के 27 देशों के बीच इस वर्ष के अंत तक रूस से तेल के आयात में 90 प्रतिशत तक कटौती करने का समझौता हुआ है।
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से यूरोपीय यूनियन से जुड़े देश रूस पर तमाम पाबंदियां लगाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। यूरोपीय देशों की तमाम कोशिशों के बावजूद रूस पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। अब यूरोपीय यूनियन के 27 सदस्य देशों के बीच रूस से कच्चे तेल के आयात पर रोक के लिए हुए समझौते को इस समूह की रूस पर दबाव बनाने की कामयाब रणनीति माना जा रहा है। यूरोपीय यूनियन के देशों के बीच सहमति बनी है कि इस साल के अंत तक वे रूस से तेल के आयात में 90 फीसदी तक कटौती करेंगे।
दरअसल, यूरोपीय यूनियन से जुड़े कई देश अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए रूस पर निर्भर हैं इसलिए कुछ देश रूस से तेल और गैस आयात रोकने को लेकर उत्साहित नहीं रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक अब हुए समझौते पर अमल हुआ, तो ज्यादातर यूरोपीय देशों की अर्थव्यवस्था पर उसका खराब असर होगा।