सेना भी सुरक्षा को लेकर कर रही निगरानी
कानपुर, 31 मई (हि.स.)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के दो दिवसीय दौरे को लेकर प्रशासनिक अधिकारी बीते एक माह से तैयारियां कर रहे हैं। कार्यक्रम नजदीक आता देख आलाधिकारियों की नींद उड़ी हुई है। सुरक्षा को लेकर बिन्दुवार तैयारियों की समीक्षा की जा रही है। इसके साथ ही तीन जगहों पर राष्ट्रपति से जो लोग मिलेंगे, उनकी सूची तैयार कर ली गई है और उनकी निगरानी की जा रही है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द वैसे तो अपनी कर्मभूमि कानपुर नगर कई बार आये लेकिन तीन जून को दूसरा मौका होगा जब वह कानपुर देहात स्थित अपने पैतृक गांव परौंख जाएंगे। इस बार उनके साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी होंगे और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसको लेकर दिल्ली से लेकर लखनऊ और स्थानीय आलाधिकारी बीते एक माह से तैयारियों का खाका खींच रहे हैं।
मंडलायुक्त डॉ राजशेखर और एडीजी (जोन) कानपुर, भानु भास्कर बराबर कानपुर देहात के परौंख गांव का दौरा कर अधीनस्थों को दिशा निर्देश दे रहे हैं। राष्ट्रपति दौरे को लेकर कानपुर रेंज के आईजी प्रशांत कुमार ने बताया कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। सुरक्षा एजेंसियां भी अपने स्तर पर कार्य कर रही हैं। परौंख में कार्यक्रम स्थल से करीब 15 किमी के दायरे को पूरी तरह से सील कर दिया गया है।
एडीजी (जोन) भानु भास्कर ने बताया कि कानपुर देहात से सटे सभी पड़ोसी जनपदों को अलर्ट कर दिया गया है। सुरक्षा की लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसके लिए दिल्ली की टीमें भी अपने स्तर से कार्य कर रही हैं और सभी से समन्वय बनाया गया है। सेना के अधिकारियों से भी बराबर वार्ता हो रही है।
मिलने वालों की सूची तैयार
मंडलायुक्त ने बताया कि राष्ट्रपति का यह दो दिवसीय दौरा होगा। कानपुर नगर और कानपुर देहात में कुल तीन कार्यक्रम होने हैं। राष्ट्रपति कानपुर देहात में अपने पैतृक गांव परौंख में कुछ लोगों से मुलाकात करेंगे। कानपुर नगर में मर्चेंट चैम्बर के साथ सर्किट हाउस में राष्ट्रपति अपने लोगों से मुलाकात करेंगे। मुलाकात करने वालों की सूची तैयार हो गई है और राष्ट्रपति कार्यालय भेज भी दी गई है। जो लोग मुलाकात करेंगे, उनकी निगरानी जिला प्रशासन और पुलिस कर रही है।
छावनी में तब्दील हुआ परौंख
राष्ट्रपति के दौरे को लेकर उनके पैतृक गांव परौंख में कानपुर देहात सहित आस पास के जनपदों की फोर्स लगाई गई है। मंडल के अलावा कुछ अन्य जनपदों से तेज तर्रार पुलिस अधिकारियों को बुलाया गया है और उन सभी को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है। परौंख पूरी तरह से छावनी में तब्दील हो चुका है और सुरक्षा को लेकर तकनीक का भी भरपूर प्रयोग किया जा रहा है।