नई दिल्ली, 28 मई (हि.स.)। केंद्रीय गृहमंत्री आमित शाह ने तटीय पुलिसिंग की राष्ट्रीय अकादमी (एनएसीपी) का दौरा किया। केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला इस दौरे पर गृह मंत्री के साथ मौजूद रहे। वहीं सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक पंकज कुमार सिंह और बीएसएफ महानिरीक्षक ज्ञानेन्द्र सिंह मलिक, गुजरात फ्रंटियर, एनएसीपी के अधिकारियों और जवानो ने गृह मंत्री का स्वागत किया।
गृह मंत्री ने बीएसएफ गुजरात फ्रंटियर तथा नेशनल एकेडमी ऑफ कोस्टल पुलिसिंग द्वारा इस संस्थान को प्रतिकूल मौसमी परिस्थिति एवं भौगोलिक चुनौती प्रस्तुत करने वाले भू-खंड पर स्थापित करने एवं तटीय पुलिस कर्मियों को आवश्यक एवं समुचित प्रशिक्षण प्रदान करने की दिशा में किए गए उल्लेखनीय प्रयासों की सराहना की।
गृह मंत्री ने कहा कि, बीएसएफ ने देश की सीमाओं की पवित्रता को बनाए रखने के साथ-साथ, सौंपी गई प्रत्येक जिम्मेदारी को, सदैव बड़े ही समर्पित भाव एवं अपने ध्येय वाक्य ‘जीवन पर्यंत कर्तव्य’ के अनुरूप निभाया है। विशेष अवसरों पर इस बल ने सदैव अपनी कार्यकुशलता को सिद्ध किया है।
गृह मंत्री ने विश्वास जताया कि नेशनल एकेडमी ऑफ कोस्टल पुलिसिंग भविष्य में देश के विभिन्न तटीय राज्यों की मरीन पुलिस को गहन एवं उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान करेगी और तटीय क्षेत्रों की सुरक्षा में अपना अहम योगदान देगी, और कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी के दिशा-निर्देशों एवं मार्गदर्शन में हम नई प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके तटीय सुरक्षा को सुदृढ़ एवं अभेद्य बनाने की दिशा में कार्य कर रहे है। हम तटीय सुरक्षा की चुनौतियों का गंभीरता से आंकलन कर रहे है ताकि समुद्री खतरों से निपटा जा सके।
वहीं गुजरात फ्रंटियर बीएसएफ के महानिरीक्षक ज्ञानेन्द्र सिंह मलिक ने गृह मंत्री को नेशनल एकेडमी ऑफ कोस्टल पुलिसिंग के बारे में जानकारी दी और बताया की इस अकादमी को स्थापित करने की जिम्मेदारी देने के मात्र छः महीने में, इस अकादमी का आधारभूत ढांचा तैयार किया तथा मरीन पुलिस फाउंडेशन कोर्स का सफलतापूर्वक संचालन किया, और अभी तक सात कोर्सों के माध्यम से तटीय राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडू, आन्ध्रप्रदेश, उडीसा, पश्चिमी बंगाल, दमन एवं द्वीव, लक्ष्यद्वीप, अंडमान व निकोबार, पुद्दचेरी, गुजरात कस्टम, बीएसएफ तथा सीआईएसएफ के कुल 427 पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है।
गृह मंत्री ने अंत में महानिदेशक बीएसएफ एवं महानिरिक्षक बीएसएफ गुजरात फ्रंटियर को धन्यवाद देते हुए, उनके निरन्तर प्रयासों की सराहना की तथा देशवासियों एवं भारत सरकार की ओर से, सीमा प्रहरियों के उज्जवल भविष्य की कामना की।