लखनऊ, 26 मई (हि.स.)। अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में प्रस्तुत 6.15 लाख करोड़ के बजट की प्रशंसा की है। कहाकि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रस्तुत यह बजट प्रदेश के हर व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान लाने में मील का पत्थर साबित होगा।
केंद्रीय मंत्री श्रीमती पटेल ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ जनता के समग्र विकास को समर्पित 2022-23 का लोक कल्याणकारी बजट आज विधान सभा में प्रस्तुत किया गया। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रस्तुत यह बजट अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान लाने में मील का पत्थर साबित होगा। यह बजट प्रदेश के हर गांव के विकास एवं सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।’
उत्तर प्रदेश को उन्नति के शिखर पर ले जाने वाला बजट: आशीष पटेल
उत्तर प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा, उपभोक्ता संरक्षण एवं बाट व माप मंत्री आशीष पटेल ने कहा है कि यह बजट प्रदेश को उन्नति के शिखर पर ले जाने वाला बजट है। कहा कि उत्तर प्रदेश के समग्र विकास को समर्पित लोक कल्याणकारी बजट आज सदन में प्रस्तुत किया गया। डबल इंजन की एनडीए सरकार उत्तर प्रदेश को उन्नति के शिखर पर ले जाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
‘2022-23 के इस 6.15 लाख करोड़ के बजट में युवाओं को रोजगार के लिए 10 हजार स्टार्टअप की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश के सभी जनपदों में खेलो इंडिया सेंटर्स स्थापित किए जाएंगे। बुजुर्गों के चेहरे पर खुशहाली लाने के लिए वृद्धावस्था पेंशन 500 रुपए से बढ़ाकर 1000 रुपए कर दिया गया है।’ अगले 5 सालों में 4 लाख युवाओं को नौकरियां देने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश के प्रत्येक नागरिक, युवा, किसान व महिला के चेहरे पर खुशहाली लाने में यह बजट महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।’
अपना दल (एस) के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार पाल ने बजट की सराहना करते हुए कहा कि यह बजट आम जनता, किसान, महिलाओं व युवाओं का बजट है। बजट से मजदूरों, गरीबों व किसानों के चेहरे पर खुशियां आएंगी।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पटेल व प्रदेश प्रवक्ता राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि वित्त मंत्री सुरेश खन्ना खन्ना जी द्वारा प्रस्तुत यह बजट प्रदेश में रोजगार लाने वाला बजट है। बजट में बुजुर्गों के लिए वृद्धावस्था पेंशन 500 रुपए से बढ़ाकर 1000 रुपए कर दिया गया है, जो कि सराहनीय फैसला है। दिव्यांगों के भरण पोषण अनुदान की धनराशि 300 रुपए से बढ़ाकर 1000 रुपए करने का निर्णय प्रशंसनीय है।