नई दिल्ली, 24 मई (हि.स.)। हिन्द-प्रशांत क्षेत्र के सुरक्षा संवाद मंच (क्वाड) नेताओं ने आतंकवाद के सभी स्वरूपों की निंदा करते हुए अफगानिस्तान के सुरक्षा हालात पर चिंता व्यक्त की है।
जापान की राजधानी टोक्यो में आयोजित क्वाड शिखरवार्ता के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में मंगलवार को 26/11 और पठानकोट हमलों की निंदा की गई।
संयुक्त वक्तव्य में कहा गया है कि क्वाड देश सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में स्पष्ट रूप से आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद की निंदा करते हैं। साथ ही दोहराते हैं कि किसी भी आधार पर आतंकवादी कृत्यों का कोई औचित्य नहीं ठहराया जा सकता है।
वक्तव्य में पाकिस्तान का नाम लिए बिना परदे के पीछे से संचालित आतंकवाद की निंदा की गई है। इसमें कहा गया है सीमापार आतंक के लिए आतंकवादी समूहों को रसद, वित्त या सैन्य सहायता बंद होनी चाहिए।
अफगानिस्तान के सुरक्षा हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए क्वाड देशों ने कहा कि हम यूएनएससी के प्रस्ताव 2593 (2021) की भी पुष्टि करते हैं। इसमें मांग की गई है कि किसी भी देश को धमकाने या हमला करने या आतंकवादियों को पनाह देने या प्रशिक्षित करने, या आतंकवादी हमलों की योजना बनाने या वित्तपोषित करने के लिए अफगान क्षेत्र का फिर कभी इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।
क्वाड एफएटीएफ की सिफारिशों के अनुरूप सभी देशों से आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करने पर अंतरराष्ट्रीय मानकों को बनाए रखने के महत्व पर जोर देता है।