नई दिल्ली, 24 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ द्विपक्षीय बैठक की। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के साथ-साथ कुछ क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
प्रधानमंत्री किशिदा ने प्रधानमंत्री मोदी के लिए रात्रिभोज आयोजित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री किशिदा ने अगले वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री मोदी को जापान आने का निमंत्रण दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस न्योते को सहज स्वीकार कर लिया।
विदेश मंत्रालय के अनुसार दोनों नेताओं ने रक्षा निर्माण के क्षेत्र में द्विपक्षीय सुरक्षा और रक्षा सहयोग को बढ़ाने पर सहमति जताई। उन्होंने सहमति व्यक्त की कि अगली ‘टू प्लस टू’ विदेश और रक्षा मंत्री स्तरीय बैठक जल्द से जल्द जापान में आयोजित की जानी चाहिए।
दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच बढ़ते आर्थिक संबंधों की सराहना की। वे इस बात पर सहमत हुए कि दोनों पक्षों को अगले पांच वर्षों में जापान से भारत में सार्वजनिक और निजी निवेश और वित्त पोषण में 5 ट्रिलियन येन के अपने निर्णय को लागू करने की दिशा में संयुक्त रूप से काम करना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात की सराहना की कि जापानी कंपनियां भारत में अपना निवेश बढ़ा रही हैं और 24 जापानी कंपनियों ने विभिन्न पीएलआई योजनाओं के तहत सफलतापूर्वक आवेदन किया है।
दोनों नेताओं ने मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल (एमएएचएसआर) परियोजना के कार्यान्वयन में प्रगति को रेखांकित किया। उन्होंने 5जी, बियॉन्ड 5जी और सेमीकंडक्टर्स जैसी महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों में सहयोग की संभावनाओं पर भी चर्चा की। दोनों प्रधानमंत्रियों ने हरित हाइड्रोजन सहित स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग को गहरा करने पर भी सहमति व्यक्त की।
दोनों नेताओं ने निर्दिष्ट कुशल कामगार (एसएसडब्ल्यू) कार्यक्रम के कार्यान्वयन में हुई प्रगति पर ध्यान दिया और इस कार्यक्रम को और बढ़ाने पर सहमति जताई। प्रधानमंत्री मोदी ने कोवाक्सिन और कोविशील्ड टीकाकरण प्रमाणपत्र ले जाने वाले भारतीय यात्रियों के जापान में पृथकवास मुक्त प्रवेश की सुविधा के लिए यात्रा प्रतिबंधों में अधिक ढील देने का मुद्दा उठाया।