टोक्यो/नई दिल्ली, 24 मई (हि.स.)। क्वाड देशों के नेताओं ने मंगलवार को चार सदस्यीय देशों के वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकीविदों की अगली पीढ़ी के बीच संबंध बनाने के लिए अपनी तरह का पहला छात्रवृत्ति कार्यक्रम क्वाड फेलोशिप लॉन्च किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया और जापान के उनके समकक्ष एंथोनी अल्बनीज और फुमियो किशिदा ने क्रमशः फैलोशिप की शुरुआत की।
टोक्यो में आज लॉन्च की गई क्वाड फेलोशिप संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रमुख विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) में स्नातक विश्वविद्यालयों में मास्टर्स और डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करने के लिए प्रत्येक क्वाड देश से प्रति वर्ष 25-25 छात्रों को दी जाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में कहा, “क्वाड फेलोशिप कार्यक्रम एक अद्भुत और अनूठी पहल है। यह प्रतिष्ठित फेलोशिप हमारे छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित में स्नातक और डॉक्टरेट कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के अवसर प्रदान करेगी। यह हमारे देश में अकादमिक उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करेगी और लोगों से लोगों के बीच संबंधों को बढ़ावा देगी।”
उन्होंने भारतीय छात्रों को क्वाड फेलोशिप कार्यक्रम के लिए आवेदन करने और मानवता के लिए बेहतर भविष्य का निर्माण करने वाले एसटीईएम नेताओं और नवप्रवर्तकों की अगली पीढ़ी में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर कहा, “क्वाड फेलोशिप लॉन्च! अपनी तरह का पहला छात्रवृत्ति कार्यक्रम है, जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित में ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका के शीर्ष प्रतिभाओं को एक साथ लाएगा।”