चंडीगढ़, 24 मई (हि.स.)। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विजय सिंगला को मंत्री पद से हटाने से पहले ही उनके खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश जारी कर दिए थे। विजय सिंगला के खिलाफ जिस समय मामला दर्ज किया गया, उस समय वह पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री थे। विजय सिंगला के खिलाफ मोहाली के फेस- आठ पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में लोक निर्माण विभाग के एसई राजिंदर सिंह शिकायतकर्ता बने हैं।
विजय सिंगला के खिलाफ मंगलवार को सुबह 11.30 बजे मामला दर्ज किया गया है जबकि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने का ऐलान करीब 1.30 बजे किया है। एफआईआर में एसई राजिंदर सिंह ने कहा कि करीब 58 करोड़ रुपये के निर्माण कार्यों की अलाटमेंट के सिलसिले में उन्हें स्वास्थ्य मंत्री ने करीब एक माह पहले चंडीगढ़ स्थित पंजाब भवन के कमरा नंबर 203 में बुलाया। वह जब वहां पहुंचे तो सिंगला ने उन्हें कहा कि उन्हें किसी कार्यक्रम में जाना है वह उनके ओएसडी प्रदीप कुमार से बात करें। प्रदीप कुमार जैसे कहते हैं वैसे कर लें।
प्रदीप कुमार ने मंत्री का हवाला देकर वर्क अलाटमेंट की एवज में दो प्रतिशत राशि की मांग की। यह करीब एक करोड़ 16 लाख रुपये बनती है। राजिंदर सिंह के अनुसार उसने जब यह राशि देने से इनकार कर दिया तो आठ मई से प्रदीप कुमार लगातार उन्हें फोन करके कहा करते थे कि क्या वह एक प्रतिशत कमीशन दे सकते हैं। राजिंदर सिंह के अनुसार प्रदीप कुमार ने जब उसे बार-बार धमकाया तो उसने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।