नई दिल्ली, 21 मई (हि.स.)। एसोसिएशन ऑफ टेनिस प्रोफेशनल्स (एटीपी) ने घोषणा की है कि विंबलडन 2022 में कोई रैंकिंग अंक नहीं दिया जाएगा। एटीपी ने कहा कि यूक्रेन प्रकरण के बाद ऑल इंग्लैंड क्लब ने इस साल रूसी और बेलारूसी खिलाड़ियों के खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसके बाद विंबलडन में रैंकिंग अंक शामिल नहीं किये जाने का फैसला किया गया है।
एटीपी ने एक बयान में कहा,”किसी भी राष्ट्रीयता के खिलाड़ियों के लिए योग्यता के आधार पर और बिना किसी भेदभाव के टूर्नामेंट में प्रवेश देना हमारा मौलिक कार्य है। विंबलडन द्वारा इस गर्मी में यूके में रूसी और बेलारूसी खिलाड़ियों को प्रतिस्पर्धा करने से प्रतिबंधित करने का निर्णय इस सिद्धांत और एटीपी रैंकिंग प्रणाली की अखंडता को कमजोर करता है। यह हमारे रैंकिंग समझौते से भी असंगत है। परिस्थितियों में बदलाव के अभाव में, बड़े अफसोस और अनिच्छा के साथ कहना पड़ रहा है कि हमें 2022 के लिए विंबलडन से एटीपी रैंकिंग अंक हटाने के अलावा कोई और विकल्प नहीं दिखता है।”
बता दें कि ऑल इंग्लैंड क्लब ने अप्रैल में कहा था कि वह रूस और बेलारूस को अपनी प्रतियोगिता में हिस्सा लेने की अनुमति नहीं देगा जिसकी डब्ल्यूटीए और एटीपी सहित कुछ बड़े खिलाड़ियों जैसे गत चैम्पियन नोवाक जोकोविच ने काफी आलोचना की थी।
अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) 27 जून से शुरू होने वाले विंबलडन में जूनियर और व्हीलचेयर स्पर्धाओं में रैंकिंग अंक नहीं देगा। डब्ल्यूटीए को अभी इस पर फैसला करना है। एटीपी के फैसले का मतलब है कि दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी नोवाक जोकोविच को 2,000 रैंकिंग अंक का नुकसान होगा।