नई दिल्ली, 19 मई (हि.स.)। देश में चीनी विपणन वर्ष 2021-22 में चीनी मिलों ने 15 मई तक 348.83 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है। पिछले साल इसी अवधि में 304.77 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। इस तरह पिछले साल के मुकाबले 58.07 लाख टन ज्यादा चीनी का उत्पादन हुआ है। भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
इस्मा ने जारी बयान में कहा कि अधिक गन्ना उत्पादन के कारण अक्टूबर, 2021 में शुरू हुए चीनी विपणन वर्ष में 15 मई तक चीनी का उत्पादन 14 फीसदी बढ़कर 348.83 लाख टन पर पहुंच गया है। एक साल पहले इसी अवधि में चीनी का उत्पादन 304.77 लाख टन था। इस तरह चीनी का उत्पादन पिछले साल के मुकाबले 58.07 लाख टन ज्यादा रहा है। उद्योग संगठन के मुताबिक बेहतर मांग के कारण अक्टूबर 2021 से अप्रैल, 2022 की सात महीने की अवधि में चीनी का निर्यात 64 फीसदी बढ़कर 71 लाख टन हो गया है।
भारतीय चीनी मिल संघ के मुताबिक निर्यात बढ़ने का कारण वैश्विक बाजारों में भारतीय चीनी की बेहतर मांग है। इस्मा ने कहा कि अप्रैल के अंत तक करीब 71 लाख टन चीनी का निर्यात किया गया है, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में 43.19 लाख टन चीनी का निर्यात किया गया था। वहीं, चीनी के निर्यात के लिए अबतक 85 लाख टन से अधिक के अनुबंध किए जा चुके हैं।
इस्मा ने कहा कि मौजूदा चीनी विपणन वर्ष 2021-22 में 90 लाख टन से ज्यादा चीनी निर्यात की उम्मीद है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 71.91 लाख टन चीनी का निर्यात किया गया था।
उल्लेखनीय है कि चीनी विपणन वर्ष अक्टूबर से सितंबर तक चलता है। चालू सीजन में 521 मिलों ने चीनी पेराई का कार्य किया, जबकि पिछले सीजन में 506 मिलों का संचालन हुआ था। वहीं, 15 मई तक 405 मिलों ने अपना पेराई कार्य बंद कर दिया था, जबकि देश में 116 चीनी मिलें अभी भी चल रही थीं। हालांकि, पिछले सीजन 2020-21 में 461 मिलों ने अपना पेराई कार्य बंद कर दिया था और इसी तारीख तक केवल 45 मिलें ही काम कर रही थीं।