नई दिल्ली, 19 मई (हि.स.)। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को कान्स में भारत मंच को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय फिल्में वैश्विक दर्शकों के दिलो-दिमाग पर राज कर रही है। सन 1946 में फिल्म निर्माता चेतन आनंद की फिल्म नीचा नगर को पाल्मे डी’ ओर का पुरस्कार मिला था। एक दशक बाद साल 1956 में, सत्यजीत रे की पाथेर पांचाली ने पाल्मे डी’ओर जीता। आज दुनिया भर में हमारी सिनेमाई उत्कृष्टता का बोल बाला है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में ‘फेस्टिवल डी कान्स’ ने भारत-फ्रांस संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत अपनी सिनेमाई उत्कृष्टता, तकनीकी कौशल, समृद्ध संस्कृति और कहानी कहने की शानदार विरासत दुनिया को दिखाना चाहता है। उन्होंने कहा कि मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र के स्टार्टअप एनीमेशन पेशेवरों के लिए अवसर पैदा कर रहे है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने फिल्म शूटिंग और फिल्म सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए पिछले 8 वर्षों में बड़ी पहल की है। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों ने अपनी स्वयं की फिल्म सुविधा नीतियां बनाईं और सह-निर्माण के अवसर प्रदान किए। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों का उद्देश्य भारत के मीडिया और मनोरंजन पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना है, जिससे 2025 तक सालाना 53 बिलियन अमरीकी डालर उत्पन्न होने की उम्मीद है।