नई दिल्ली, 19 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि वैश्विक शांति और संघर्षों के बीच शांति के लिए भारत एक सामर्थ्य वान राष्ट्र की भूमिका निभा रहा है। भारत आज दुनिया की नई उम्मीद है। ऐसे में युवाओं को संकल्प के साथ नए भारत के निर्माण के लिए अपनी भूमिका निभानी चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के वडोदरा में श्री स्वामीनारायण टेंपल कुंडल धाम और श्री स्वामीनारायण टेंपल करेलीबाग के तत्वावधान में करेलीबाग में आयोजित युवा शिविर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए यह आह्वान किया। मोदी ने कहा कि आज हम नए भारत के निर्माण के लिए सामूहिक संकल्प के साथ प्रयास कर रहे हैं। यह नया भारत आगे की ओर देख रहा है और प्राचीन परंपराओं को भी साथ लेकर चल रहा है। सदियों पुरानी सांस्कृतिक धरोहर और नई सोच को लेकर बढ़ रहा नया भारत पूरी मानव जाति का दिशा देने का काम करेगा।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेनद्र मोदी ने विश्व में भारत की भूमिका का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल में हमने वैक्सीन और दवाइयां पहुंचाईं। विश्व को आज उम्मीद है कि वैश्विक संघर्षों के बीच भारत एक समर्थवान राष्ट्र के तौर पर बड़ी भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि भारत मानवता को योग का रास्ता सिखा रहा है। आयुर्वेद से परिचित करा रहा है। सॉफ्टवेयर से लेकर स्पेस तक भविष्य की ओर बढ़ रहे देश के रूप में भी उभर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय साहित्य और हमारे संतों ने सिखाया है कि किसी समाज का आधार और विकास वहां के युवाओं पर निर्भर है। इसके लिए हमें नए संकल्प लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए संस्कारों का अर्थ, शिक्षा, सेवा, संवेदनशीलता, समर्पण, संकल्प और सामर्थ्य है। हम अपना उत्थान करते हुए दूसरों के कल्याण का माध्यम बने यही हमारी आशा है। हम सफलता के शिखर को छुएं लेकिन सफलता सब की सेवा का जरिया बने यह हमारी कामना होनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि इस शिविर का उद्देश्य एक भारत श्रेष्ठ भारत आत्मनिर्भर भारत स्वच्छ भारत आदि जैसी पहल के माध्यम से युवाओं को एक नए भारत के निर्माण में भागीदार बनाना भी है।