कोलंबो, 18 मई (हि.स.)। श्रीलंका का आर्थिक संकट सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। हालात इस हद तक बदतर हो गए हैं कि पिछले 50 दिन से एक पेट्रोल भरा जहाज श्रीलंका के समुद्र में लंगर डाले खड़ा है, किन्तु धन संकट के कारण श्रीलंकाई सरकार उसे खाली नहीं करा पा रही है। अब सरकार ने जनता से पेट्रोल पंपों पर लाइन में न खड़े होने को कहा है।
श्रीलंका के ऊर्जा मंत्री कंचना विजेसेकेरा ने संसद को बताया कि बीती 28 मार्च से श्रीलंकाई समुद्र में पेट्रोल के साथ एक जहाज ने लंगर डाल रखा है। उन्होंने कहा कि हमारे पास पेट्रोल के इस जहाज का भुगतान करने के लिए अमेरिकी डॉलर नहीं है। जनवरी 2022 में आए पिछले शिपमेंट के लिए 53 मिलियन अमेरिकी डॉलर की पहले ही उधारी है। मंत्री विजेसेकेरा ने कहा कि संबंधित शिपिंग कंपनी ने दोनों भुगतानों का निपटारा होने तक जहाज को छोड़ने से इनकार कर दिया है।
विजेसेकेरा ने कहा कि सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका से पिछला भुगतान करने के आश्वासन के बाद कंपनी मौजूदा पोत को जारी करने के लिए सहमत हो गई थी, हालांकि हमारे पास इसके लिए फंड नहीं है। सरकार इसको लेकर फंडिंग की व्यवस्था करने का प्रयास कर रही है। मंत्री विजेसेकेरा ने कहा कि इन्हीं परिस्थितियों को देखते हुए सरकार ने लोगों से अनुरोध किया कि वे पेट्रोल के लिए लाइन में न लगें। डीजल को लेकर कोई समस्या नहीं है। मंत्री ने कहा कि सरकार के पास पेट्रोल का सीमित स्टॉक है और इसे आवश्यक सेवाओं, विशेषकर एम्बुलेंस के लिए वितरित करने का प्रयास हो रहा है।